जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक टीम के रूप में रखें बेहतर समन्वय, विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हो अतिरिक्त सतर्कता: मुख्य सचिव
समन्वित प्रयासों से संगठित अपराधों पर लगा प्रभावी अंकुशः महानिदेशक पुलिस
चूरू, मुख्य सचिव उषा शर्मा ने रविवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित संभाग स्तरीय बैठक में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा मौजूद रहे। मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक टीम के रूप में बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें। यह समन्वय निचले स्तर तक बना रहे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आगामी छह माह प्रदेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इस दौरान प्रत्येक स्थिति पर नजर रखी जाए। किसी भी घटना के पश्चात् कार्यवाही का रेसपोंस टाइम कम रहे।
मुख्य सचिव ने कहा कि निष्पक्ष और भयमुक्त निर्वाचन करवाना प्रशासन की पहली और सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए निर्वाचन आयोग द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों की शत-प्रतिशत पालना सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि संभाग का आपसी सौहार्द बरकरार रहे। इसे प्रभावित करने वालों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ अपनाते हुए सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने सोशल मीडिया की प्रत्येक आवंछित पोस्ट पर कड़ाई से कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।
मुख्य सचिव शर्मा ने कहा कि अंतराष्ट्रीय सीमा से जुड़े संभाग के क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। अंतरराज्यीय गतिविधियों पर भी पूर्ण नजर रखी जाए। पुलिस एवं प्रशासन को जिले के प्रत्येक मजबूत और कमजोर पक्ष की जानकारी हो। जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक निचले स्तर तक नियमित रिव्यू करें।
पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बीकानेर रेंज में पुलिस विभाग के कार्यों को सराहा और कहा कि बेहतर पुलिसिंग से यहां संगठित अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगा है। अपराधी समूहों की गतिविधियों में कमी आई है और आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा प्रत्येक कार्यवाही विधिक मापदण्डों के अनुसार की जाए। उन्होंने चुनावों के दौरान पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को क्षेत्रों का साझा विजिट करने के निर्देश दिए।
पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) राजीव कुमार शर्मा ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों के अनुभवों के आधार पर संवेदनशील क्षेत्रों में पूर्व तैयारी की जाए। उन्होंने अंतराज्यीय सीमाओं पर आवश्यकता के अनुसार नाकाबंदी एवं सतर्कता रखने के निर्देश दिए। कानून व्यवस्था संधारण से जुड़े संसाधनों के आकलन के लिए भी निर्देशित किया।
प्रमुख शासन सचिव (गृह) आनंद कुमार वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक से जुड़े। उन्होंने कहा कि जिलों में पुलिस मित्र एवं सुरक्षा सखियों को मुस्तैद करें।श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में एंटी ड्रग चौकियों की स्थापना की प्रगति जानी। उन्होंने कहा कि अधिकारी भी फील्ड में जाएं, इससे बेहतर फीडबैक मिलेगा।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दिनेश एम.एन. ने कहा कि निचले स्तर तक एक्टिव पुलिसिंग का वातावरण तैयार हो, जिससे आमजन को पुलिस के प्रति विश्वास में और वृद्धि हो सके।संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने संभाग से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने नशे के विरुद्ध संभाग में चल रहे अभियान ‘मनसा’ के क्रियान्वयन और परिणाम की जानकारी दी।
पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने पुलिस विभाग द्वारा किए गए नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रेंज में पहली बार साइबर रिस्पॉन्स टीम गठित की गई है। बैठक में बीकानेर के जिला कलक्टर भगवती प्रसाद, पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम, श्रीगंगानगर के जिला कलक्टर सौरभ स्वामी, पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख, हनुमानगढ़ की जिला कलक्टर रुक्मणी रियार, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, चूरू के जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीणा, अनूपगढ़ जिले की विशेषाधिकारी कल्पना अग्रवाल एवं ओएसडी (पुलिस)राजेन्द्र कुमार ने जिलों से संबंधित बिंदुओं पर प्रस्तुतीकरण दिया। इस दौरान प्रशिक्षु आईएएस यक्ष चौधरी, प्रीतम कुमार एवं सक्षम गोयल भी मौजूद रहे।