जिले के चिराना कस्बे के निकटवर्ती देवपुरा बनी के सीताराम गुर्जर को मानसिक रोगी होने के कारण परिवारजनों ने 6 सालों से लोहे की जंजीरो से बांध रखा था। जिसकी खबर अखबारों के माध्यम से चिकित्सा विभाग के आला अधिकारियों तक पहुंची। इस पर सीएमएचओं डॉ सुभाष खोलिया ने डिप्टी सीएमएचओं डॉ राजकुमार डांगी के नेतृत्व टीम बनाकर सीताराम के घर भेजी। टीम ने सीताराम के घर पहुंचकर उसकी लोहे की बेडिय़ा खुलवाई। टीम में सीनियर मनोरोग विशेषज्ञ डॉ जयसिंह को शामिल किया गया। डॉ जयसिंह ने सीताराम का मानसिक स्वास्थ्य जांच कर इलाज शुरू किया। मौके पर ही सीताराम को एक माह की दवा दी गई। दवा और बाकि स्वास्थ्य जांच के लिये स्थानीय एएनएम और सीएचसी प्रभारी को आगामी दवा, जांच व इलाज के लिये आदेशित किया है। सीएमएचओं डॉ सुभाष खोलिया ने बताया कि जिले में मानसिक रोगीयों की पहचान की जायेगी। पहचान के बाद राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इलाज करवाया जायेगा।