चूरू सांसद राहुल कस्वां ने कहा है कि क्षेत्र के युवाओं में अपार खेल संभावनाएं हैं और वे पढाई के साथ-साथ खेलों के जरिए भी अपने कैरियर को एक बेहतरीन दिशा दे सकते हैं। सांसद कस्वां रविवार को घांघू में आयोजित पूर्व एथलीट हरफूल सिंह रेवाड़ के अभिनंदन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रेवाड़ ने उस जमाने में राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया, जब खेल सुविधाओं के नाम पर हमारे पास कुछ नहीं था। उसके बाद भी वे लगातार राजकीय सेवा में रहते हुए अपने संस्थान के लिए पदक जीतते रहे हैं। उन्होंने रेवाड़ से कहा कि वे सदैव की तरह ही क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं को मार्गदर्शन दें और बेहतर खिलाड़ी तैयार करने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों के विकास व विस्तार के लिए अत्यंत गंभीर है तथा इस दिशा में चूरू जिले में भी अनेक कार्य उन्होंने करवाए हैं। पूर्व मंत्री हमीदा बेगम ने रेवाड़ की खेल उपलब्धियों, बैंकर्स के तौर पर दी गई सेवाओं और व्यवहार कुशलता की सराहना करते हुए कहा कि उनके अनुभव का लाभ क्षेत्र के युवाओं को मिलना चाहिए। पूर्व प्रधान रणजीत सातड़ा ने रेवाड़ को क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया और कहा कि वर्तमान समय में हर किसी के लिए स्वास्थ्य सबसे बड़ी चुनौती है। खेलों के जरिए हम इस चुनौती से लड़ने में स्वयं को सक्षम बना सकते हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रियाजत खान ने कहा कि रेवाड़ का व्यक्तित्व इस बात का प्रतीक है कि खेल व्यक्ति को शारीरिक ही नहीं, अपितु मानसिक तौर पर भी बहुत सशक्त बनाते हैं और हमारे भीतर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करते हैं।
पूर्व उप जिला प्रमुख सोहन लाल मेघवाल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हुसैन सैयद, फतेहपुर के पूर्व प्रधान गोगनारायण मेघवाल, कांग्रेसी नेता जमील चौहान, रामकुमार कस्वां आदि वक्ताओं ने अपने संबोधन में रेवाड़ के व्यक्तित्व व कृतित्व की सराहना की। गोयनका स्कूल के प्रधानाचार्य कासम अली ने रेवाड़ का जीवन परिचय देते हुए बताया कि 1977 में राजस्थान विश्वविद्यालय में हुई खेल प्रतियोगिता में स्टेट के बेस्ट एथलीट बने और 1991 में डिकेथेलॉन में कोलकाता में राष्ट्रीय पदक जीता। उसके बाद विभिन्न स्तरों पर अनेक पदक जीत चुके हैं। संचालन महावीर नेहरा ने किया। इससे पूर्व रेवाड़ का माल्यार्पण, साफा व शॉल भेंटकर अभिनंदन किया गया। रेवाड़ ने इस मौके पर कहा कि वे सबकी आशाओं पर खरा उतरने के लिए सतत प्रयास करेंगे। खेल मार्गदर्शन व बैंकिंग से जुड़ी किसी भी सेवा के लिए वे सदैव तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि बैंक सेवा से रिटायर होने के बाद अब उनके पास जो समय होगा, उसमें वे कोशिश करेंगे कि अधिक से अधिक युवाओं को खेल गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित कर सकें। कार्यक्रम में चूनाराम रेवाड़, खींवाराम रेवाड़, पूर्व सरपंच नाथी देवी, कांग्रेस नेता विकास मील, रफीक चौहान, हेमंत सिहाग, पूर्व शारीरिक शिक्षक मैनुद्दीन खान आसलू, भोलू खां, बन्ने खां, भूतपूर्व जीएसएस अध्यक्ष परमेश्वर लाल दर्जी, रामलाल फगेड़िया, बीरबल नोखवाल, प्यारेलाल फगेड़िया, सुखलाल सिहाग, लिखमाराम प्रजापत, नेमीचंद जांगिड़, विद्याधर रेवाड़, पूर्व एएसआई रामकरण राहड़, नंदलाल रेवाड़, गंगाराम रेवाड़, राजकुमार रेवाड़, कुंभाराम मेघवाल, यूको बैंक में वरिष्ठ प्रबंधक महेंद्र रेवाड़, नरेंद्र रेवाड़, सरबजीत, मधु चौधरी, अनु चौधरी, केसरदेव गुरी, खेमाराम गुरी, जयसिंह मेहड़ा, राजेश ढाका, ओमप्रकाश दर्जी, गिरधारीलाल बरड़, देवकरण बेरवाल, ओंकार सिहाग, देवकरण भाखर, नरेंद्र खीचड़ सहित बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के लोग मौजूद थे।