गांव कडवासर के कुएं में पड़ा शव आखिर 24 घण्टे की कडी मशक्कत के बाद निकाला जा सका। मृतक की पहचान चूरू जिला मुख्यालय के भूतिया बास निवासी लालचन्द सांसी के रूप में हुई है, जो 1 दिसम्बर से अपने घर से लापता था। मृतक के परिजनों ने पूरे मामले में हत्या की आशंका जताते हुए अज्ञात के खिलाफ षडयन्त्र कर हत्या का मामला दर्ज करवाया है। इधर पूरे मामले में आपदा प्रबंधन का दावा करने वाले जिला प्रशासन की पोल भी खुली, शव को बाहर निकालने के लिये पुलिसकर्मियों को रस्सी तक ग्रामीणों से मांगकर लानी पड़ी। शव को निकालने के लिये एक पुलिसकर्मी को बिना सुरक्षा संसाधनों के 150 फीट गहरे कुए में उतारा गया जबकि कुए में जहरीली गैस की आशंका तक जतायी जा रही थी। यह पहला मामला नहीं है जबकि बिना सुरक्षा संसाधनों के इस तरह किसी की जान को जोखिम में डाला गया हो। सदर थाना पुलिस को शनिवार दोपहर सूचना मिली कि गांव कडवासर के खेत में बने पूराने कुए से बदबू आ रही है। ग्रामीणों ने कुए में शव की आशंका जतायी थी, जिसके बाद शनिवार दोपहर बाद से ही सदर और कोतवाली थाना पुलिस शव को कुए से बाहर निकालने का प्रयास कर रही थी। मृतक के परिजनों ने बताया कि भूतिया बास निवासी लालचन्द सांसी बीमार था और आंखों से देखने में असक्षम भी। ऐसे में जिलामुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर इस कुए तक उसका पहुंचना असम्भव था। परिजनों का आरोप है कि साजिशकर लालचन्द की हत्या के बाद शव को कुए में डाला गया। बहरहाल मृतक के परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और राजकीय भरतिया अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।