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औषधि नियंत्रक एवं एनएचएम निदेशक नवीन जैन के निर्देशानुसार गुरुवार को जिला मुख्यालय पर पीसीपीएनडीटी के पोस्टर का विमोचन किया गया। सहायक औषधि नियंत्रक अनूप रावत ने बताया कि सरकार द्वारा पी.सी.पी.एन.डी.टी. एक्ट का सफल संचालन हेतु केमिस्टो को एक महत्वपूर्ण कड़ी माना है इसलिए इस पोस्टर का विमोचन केमिस्टो की उपस्थिति में किया गया है। औषधि नियन्त्रण अधिकारी चन्द्रकान्त शर्मा ने बताया कि मुखबीर योजना के तहत सरकार द्वारा दिये जाने वाले पुरस्कार जो कि 50 हजार रूपये से लेकर 2.5 लाख रूपये तक है। उन्होंने बताया कि समस्त खुदरा औषिध विक्रेता, क्लिीनिक संस्थायें, चिकित्सा पेशेवर मेडिकल लेबोरेट्री को टी.बी. मरीजो की सूचना सम्बन्धित विभाग जिला क्षयरोग अधिकारी को निर्धारित समय में उपलब्ध कराई जायेगी। जिसकी पालना नहीं होनें पर भारतीय दण्ड सहिता की धाराओं 269 व 270 के अन्तर्गत कार्यवाही की जा सकती है। जिनमें 6 से 12 महिने की सजा या/और जूर्माना का प्रावधान है। औषधि नियन्त्रण अधिकारी गौरीशंकर ने द्वारा राजस्थान सरकार के डेप रक्षक अभियान के बारे में बताते हुऎ सभी केमिस्टो को इस महाअभियान का अंग बनकर सहयोग करने हेतु कहा गया जिससे कि राज्य में लिगांनुपात समान बना रहें एवं सरकार की योजना सफल हो सके। जिला केमिस्ट एशोसियेशन के सऱक्षक पंकज गुप्ता द्वारा ने कहा कि सभी केमिस्टों को अपनी संस्थाओं पर पोस्टर लगाने हेतु कहा एवं सरकार की योजनाओ का व्यापक प्रचार-प्रसार करने हेतु निवेदन किया। इस अवसर पर मनोज भालेरीवाला, मुस्ताक अहमद गौरी व सुभाष मोदी के साथ लगभग 60 से 70 औषधि विक्रेता उपस्थित रहे।