चूरू. [सुभाष प्रजापत ] जम्मू कश्मीर के गांधी में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में चूरू का वीर सपूत योगेश जाट (28) शहीद हो गया ।योगेश राजगढ़ तहसील के लम्बोर गांव का रहने वाला थे और साल 2013 में सेना में भर्ती हुए थे । योगेश कुमार इंडियन आर्मी की 18 कैवेलरी आर्म्ड कोर बटालियन में थे ।योगेश अभी श्रीनगर के 14 RR में तैनात थे । योगेश की यूनिट बेस अहमदाबाद थी ।योगेश जैवलिन थ्रो का बेहतरीन खिलाड़ी भी थे ।योगेश ने अपनी प्रतिभा के दम पर कई मेडल भी जीते थे ।शहीद योगेश की पत्नी सुदेश बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में नर्स हैं । दोनों के 4 साल का एक बेटा और 8 महीने की बेटी है । योगेश अपने माता पिता की इकलौती संतान थे। योगेश की शहादत की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई । बेटे की मौत की खबर सुनते ही शहीद के पिता पृथ्वी सिंह अपनी सुधबुध खो बैठे उन्होंने कहा- मेरा एक ही बेटा था जो देश के लिए काम आया मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने सीने में गोली खाई, रणभूमि में पीठ नहीं दिखाई । योगेश के पिता पृथ्वी सिंह गांव में खेती- बाड़ी करते हैं और उनकी मां गृहिणी है । बुचावास गांव के रहने वाले ओमप्रकाश सूबेदार और मुंदी ताल गांव के सुरेन्द्र बेनीवाल ने बताया कि योगेश ने उनके साथ भी ड्यूटी की है । वह एक अच्छे सैनिक के साथ- साथ राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी थे । योगेश के बचपन के दोस्त रविन्द्र फगेड़िया ने बताया कि योगेश में बचपन से ही देश सेवा का जज्बा था । वह हैमर थ्रो का अच्छा खिलाड़ी था। उसने नेशनल तक खेलकर गांव का नाम रोशन किया था ।ऐसे प्रतिभाशाली और वीर दोस्त की शहादत पर गर्व है ।योगेश के बचपन के दोस्त अंकित भी आर्मी में हैं और वर्तमान में जम्मू कश्मीर में ही तैनात हैं ।उन्होंने बताया कि कल शाम 6 बजे सर्च ऑपरेशन पर जाने से पहले फोन पर मेरी योगेश से बात हुई थी। उसने बताया था कि वह दिसंबर में छुट्टी पर आएगा । लेकिन सुबह उसकी शहादत की खबर मिली । योगेश वीर सैनिक के साथ एक अच्छा इंसान भी था ।