सालासर के निकटवर्ती गांव बाघसरा निवासी सीआईएसएफ के जवान की लोगों को आग से बचाते समय दम घुटने से मौत हो गई। महावीर प्रसाद पुत्र तोलाराम निवासी बाघसरा 58 वर्ष 2008 में सीआईएसएफ में भर्ती हुआ था। 6 मार्च को सुबह नो बजे डयूटी में तैनात था। उसी दौरान 13 मंजिल सीजीओ कॉम्लेक्स में दीनदयाल अंत्योदय भवन की पांचवी मंजिल में आग लग गई। एसआई महावीर प्रसाद ने पांचवी मंजिल पर लगी आग को देखकर अलर्ट जारी किया और उसके बाद अपने पांच साथी जवानों के साथ लोगों को आग से बचाने के लिए उपर की मंजिल की और गया। जहां पर लकड़ी से बने फर्नीचर टूटकर रास्तों में गिर गया। जिसके कारण महावीर प्रसाद वापस नहीं आ सके। जहरीली गैस व और धुंए के कारण उनका दम घुट गया। जहां से एम्स हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जिनका आज गुरूवार को गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टी की गई।
-एयरफॉर्स में दे चुके सेवायें – सीआईएसएफ के जवान के दो बेटे है। बड़े बेटे पारितोष ने बताया कि इससे पहले 28 वर्ष एयरफॉर्स में भी सेवायें दे चुके है। और उसके बाद 2008 में उन्होंने सीआईएसएफ में भर्ती हुए।
-नहीं पहुंचे अधिकारी व नेता- सीआईएसएफ के जवान की गुरूवार को अंत्येष्टी की गई। लेकिन स्थानीय प्रशासन का एक भी नुमाइंदा नहीं पहुंचा। इसके अलावा राजस्थान सरकार के केबिनेट मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल भी इसी गांव के रहने वाले है लेकिन वो भी जवान की अंत्येष्टी में नहीं पहुंचे।