चुरूताजा खबर

गांधी ने राजनीति में स्थापित किये नैतिकता के उच्च मानदंड

गांधी जयंती के अवसर आयोजित हुई सर्वधर्म प्रार्थना सभा, पुष्प अर्पित कर महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि

चूरू,[सुभाष प्रजापत ] शांति एवं अहिंसा विभाग एवं जिला प्रशासन की ओर से गांधी जंयती के अवसर पर सोमवार को जिला कलक्ट्रेट परिसर स्थित गाँधी प्रतिमा स्थल पर अतिरिक्त जिला कलक्टर लोकेश गौतम, हिन्दी साहित्य अकादमी अध्यक्ष डॉ दुलाराम सहारण, प्रोफेसर एच एस इसराण, सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय, डीएसओ सुरेंद्र महला, डॉ रविन्द्र बुडानिया सहित अधिकारियों, कर्मचारियों, नर्सिंग एवं महाविद्यालय विद्यार्थियों, स्काउट, एनएसएस एवं एनसीसी स्वयंसेवकों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष एवं गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक दुलाराम सहारण ने कहा कि महात्मा गांधी के विचारों को सुनने मात्र से जीवन में सार्थकता आ जाती है। सत्य और आत्मबल के कारण ही महात्मा गांधी ने सम्पूर्ण विश्व में भारत को सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में स्थापित किया। हमें आज सत्य और आत्मबल के साथ भाईचारे और एकता को बचाए रखना है। समाज में सर्वधर्म की भावना का विकास जरूरी है।मुख्य वक्ता प्रो. एच आर इसराण ने कहा कि महात्मा गांधी भारत के अतुल्य गौरव हैं। बीसवीं सदी के महान लेखक जॉर्ज बर्नार्ड शॉ ने कहा था कि तीन चीजें मुझे हमेशा प्रभावित करती हैं। हिमालय अपनी उंचाई, ताजमहल अपने कलात्मक वैभव की दृष्टि से तो महात्मा गांधी अपनी सत्यता और व्यक्तित्व से। गांधी ने सम्पूर्ण विश्व के स्तर पर इंसानियत को उंचाई पर पहुंचाने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी एकमात्र ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने राजनीति में नैतिकता और जीवन मूल्यों को सर्वोच्च स्थान प्रदान किया। महात्मा गांधी होने का अर्थ है अन्याय, पराधीनता एवं असत्य के खिलाफ अनवरत आंदोलन खड़ा करना। शालीनता, सादगी, सज्जनता, सरलता और उच्च विचार का दूसरा नाम गांधी है।उन्होंने कहा कि आज के स्वार्थ भरे युग में ‘‘वैष्णव जन तो तेने कहिए जे पीर पराई जाणै रै‘‘ की अवणारणा सार्थक है। सभी धर्मों का आधार बिन्दु सत्य और प्रेम है। महात्मा गांधी हमेशा अंध आस्था को नकारते थे।इस अवसर पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा में रामधुनी और भजन गाकर महात्मा गांधी को याद किया। गायक राजेंद्र चौबे, प्रभुदयाल सैनी एवं लक्ष्मी शर्मा ने ‘तू ही राम है..’, ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए…’, ‘रघुपति राघव राजा राम..’ सहित विभिन्न गांधी भजनों की जोरदार प्रस्तुतियां दीं। एडीएम लोकेश गौतम ने कहा कि महात्मा गांधी के विचारों का अनुसरण हमारी आत्मा को जिंदा रखेगा। कृतज्ञता हमारे आचरण का मूल बिन्दु है। हमारे जीवन के वर्तमान स्वरूप को प्राप्त करने में महात्मा गांधी का सर्वाधिक योगदान है।कार्यक्रम के दौरान सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय, डीएसओ सुरेंद्र महला, विकास मील, लोहिया कॉलेज के डॉ रविन्द्र बुडानिया, शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ प्रभारी अधिकारी गिरधारी लाल सैनी, दयापाल पूनियां सहित अतिथि मंचस्थ रहे। संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर शमशाद अली ने किया।इस दौरान सहायक जनसम्पर्क अधिकारी मनीष कुमार, मुबारक भाटी, जिला नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र के प्राचार्य डॉ कुलदीप सिंह महरोक, लोहिया कॉलेज के लालचंद चाहर, डॉ बी एल मेहरा, विनीत ढाका, वंदना कुमारी, रविन्द्र शर्मा, सीडीपीओ शंकुतला खटावला, आईटी लैब प्रभारी महेन्द्र गोपाल शर्मा, पुनीत, रजनीश नायक, शाहरूख, नर्सिंग स्टूडेंट्स, एनसीसी केडेट्स व स्काउट गाइड सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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