खाचरियावास और कुली के खारडे में
दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] लम्पी बीमारी से जूझ रही गायें ईलाज के अभाव में मर रही है जबकि प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ हैं। खाचरियावास और कुली के खारडे में पिछले कई दिनों से एक दर्जन से अधिक लम्पी से मृत गायें खुले में पड़ी हुई है जो अब बदबू मारने लगी हैं। प्रधानाचार्य मोतीलाल स्वामी का कहना है कि दोनों गावों के बीच में स्थित खारडे में पड़ी मृत गायों की बदबू हवा के साथ सेठ रामकुमार धूत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तक पहुंच रही है जिससे शिक्षकों व छात्र छात्राओं का जीना मुहाल हो रखा हैं। इसी प्रकार गांव के पश्चिम में स्थित श्रीमती कमला देवी धूत राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर हवा चलने पर हवा के साथ मृत गायों से उठने वाली बदबू अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं चिकित्सकों के लिए परेशानी का सबब बन गई हैं। हालांकि ग्राम पंचायत ने बाद में गड्ढा जरूर खुदवाया है जिसमें एकमात्र मृत गाय किसी ने डाली है और वह भी बिना मिट्टी के खुले में ही पड़ी हैं। भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष श्रवण कुमार बुरड़क का कहना है कि मृत गायों की बदबू इतनी भयंकर है कि इस रास्ते से गुजरते वाले राहगीरों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही हैं।