राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभों को आईटी के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ई-सखी योजना प्रारंभ होने की कार्यशाला गुरूवार को जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में आयोजित की गई। उन्होंने सूचना प्रोद्यौगिकी एवं संचार विभाग द्वारा प्रारम्भ की गई ई-सखी योजना में आरकेसीएल के प्रतिभागी प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए जिले की इच्छुक महिलाओं को इलेक्ट्रोनिक माध्यम से जन कल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने एवं लाभ प्रदान करने के लिए दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। योजना का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक महिलाओं को विभिन्न योजनाओं से जोड़कर डिजीटल सक्षरता को बढ़ावा देना है। उन्होंने ई-सखी बनने की इच्छुक महिलाओं को सभी महिलाओं को मोबाइल या कम्प्यूटर संचालित करना आना चाहिए। उन्होंने कहा कि ई-सखी योजना के अन्तर्गत आईटी ज्ञान केंद्र के प्रशिक्षकगण प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप प्रत्येक गांव में 5-5 एवं बार्डों में 10-10 ई-सखियों का चयन कर जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि ई-सखी प्रशिक्षण आईटी क्षेत्र में डिजीटल संसार में प्रवेश के लिए एक नई सीढ़ी सिद्ध होगी इससे न केवल ज्ञान वर्धन होगा बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास के लिए भी एक स्वर्णिम अवसर साबित होगा। उन्होंने कहा कि ई-सखियों को आरकेसीएल सेंटर से ई-साक्षरता का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अपने गांव या शहरी क्षेत्रों में 100 लोगों को विभिन्न प्रकार की सेवाओं को डिजीटल साक्षरता लेने के लिए प्रेरित कर प्रशिक्षण देंगी। उन्होंने कहा कि महिलाएं परिवार की धुरी होती है उन्हें डिजीटल साक्षर कर महिला सशक्तिकरण की तरफ बढ़ाया जाएगा।सहायक निदेशक सांख्यिकी नरेन्द्र भास्कर ने कहा कि प्रशिक्षण में भामाशाह योजना, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, ई-मित्र, ई-पीडीएस एवं राज सम्पर्क योजनाओं के माध्यम से आईटी ऎप्लीकेशन को इस्तेमाल कर सीखने के साथ सरकारी सेवाओं के एप को स्वयं के मोबाइल में डाउनलोड कर उसे काम में लेना सिखाएगी। सभी वाट्सअप व ई मेल ग्रुप बना कर महिलाओं का जोड़कर योजनाओं की चर्चा आरम्भ करेगी। उन्होंने कहा अपने क्षेत्रों में अपने दायित्वों का बेखूबी से निर्ववहन करेंगी। ई-सखी योजना में पढ़ी-लिखी युवतियां जागरूक होकर कार्य कर सकती है। सूचना प्रोद्यौगिकी एवं संचार विभाग के उप निदेशक मनोज गर्वा ने कहा कि इस योजना से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को विकास की धारा से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ आमजन को सही समय पर नहीं पहुंच पाता, ई-सखी योजना के अन्तर्गत महिलाओं को डिजीटली साक्षर बनाया जाएगा ताकि घर बैठे ही योजनाओं का लाभ लिया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का डिजीटल इंडिया सपने के अनुसार देश डिजीटाइजेशन की और अग्रसर हो रहा है। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर एवं मोबाइल ने हमारे काम करने का तरीका ही बदल दिया है। जन कल्याणकारी योजनाओं को सरल एवं पारदर्शी बनाने के लिए सरकार प्रयासरत है। जिला साक्षरता अधिकारी राकेश लाटा ने कहा कि योजना के अन्तर्गत प्रत्येक परिवार के एक व्यक्ति को डिजीटल साक्षर बनना अनना सुनिश्चित किया जाएगा। जन कल्याणकारी कामों में आवश्यकता पड़ने पर पहली प्राथमिकता ई-सखी को दी जाएगी। कार्यशाला में प्रोग्रामर भेलाराम सैनी, पंकज मील, सुभाष चन्द्र सहित ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी विकास कुमार, डॉ. अनिल शर्मा, शिशुपाल, रमेश आदि प्रशिक्षण दिया।