झुंझुनू जिले के दोरादास गांव के किसान विश्वनाथ के बेटे डाॅ. दिनेश ने अपने गांव के साथ-साथ देश का भी नाम रोशन किया है। एक साधारण परिवार में जन्में दिनेश जो वर्तमान में राजस्थान विश्वविद्यालय के भौतिक शास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। वे शोध के लिए युरोप गए है। डाॅ. कुमार का चयन नेशनल सेंटर फाॅर न्यक्लिअर रिसर्च, वारसा, पौलेण्ड में तीन वर्ष के लिए सहायक प्रोफेसर के पद हुआ है। डाॅ. कुमार अपना शोध कार्य-प्रकृति के रहस्यों को सुलझाने में कर रहे हैं। डाॅ. दिनेश, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक लीलाधर दौचाणिया के दामाद है। दौचाणिया भी मूल रूप से झुंझुनू जिले के खेतड़ी कस्बें के रहने वाले है।