कहा नये संविदा नियमो से होगा ओर अधिक शोषण
झुंझुनूं, राज्य सरकार द्वारा मंगलवार को जारी किए नये संविदा कर्मियों के सेवा नियमों को लेकर विरोध शुरू हो गया है। जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत संविदा कर्मियों ने बुधवार को सीएमएचओ ऑफिस के बाहर नए संविदा सेवा नियमों की प्रतियां जलाकर विरोध जताया। संविदा कर्मियों का कहना है कि नए सेवा नियम के प्रावधानों से संविदा कर्मियों का शोषण व दमन ओर ज्यादा बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उन्हें सालाना 25 आकस्मिक अवकाश मिलते है जिन्हें घटाकर 12 कर दिए गए हैं। साथ ही सक्षम अधिकारी द्वारा उन्हें एक नोटिस मात्र पर हटाये जाने के प्रावधान से काम का भार ओर अधिक बढ़ेगा, वर्तमान में जिस तरह से ओवर टाइम काम लिया जाकर शोषण किया जा रहा है वो आगे भी जारी रहेगा। वर्तमान में जो पीएफ की कटौती स्वास्थ्य विभाग करता है उसमें कमी कर दी गई है। इसके साथ ही मानदेय के बारे में कोई स्प्ष्टता नही की गई। न ही संविदा की पोस्ट के कार्यो के निर्धारण का कोई प्रावधान किया गया है। नियमित होने की कोई दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया सिर्फ संविदा कर्मियों को बहकाने का बहाना बनाया गया है। संविदा कर्मचारियों ने नियमित पोस्टो की तरह काम का निर्धारण और नियमित पोस्ट के बराबर वेतनमान व अन्य सुविधाओं की मांग की। साथ सरकार द्वारा नियमित करने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाने की मांग की है। इस अवसर पर संविदा कर्मी विक्रम सिंह, संजीव, राजेश कुमार, कुलदीप, सुभाष, जेनेश कुमार, परमिंदर, नरेश, प्रमोद बजाड़, विकास कुमार, निखिल, सन्दीप सहित एनएचम के अनेक संविदा कर्मी मौजूद रहे।