शौर्य चक्र विजेता विकास जाखड़ भर्तियों में धांधली के मामले में बैठेंगे अनशन पर
झुंझुनू जिला मुख्यालय आयोजित की प्रेस वार्ता
युवाओं को केस का डर दिखाकर दमन करने का लगाया सरकार पर आरोप
धांधलियों के पीछे बताया पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का पूरा पूरा हाथ
झुंझुनू, अब शौर्य चक्र के विजेता विकास जाखड़ को युवाओ के लिए करनी पड़ेगी गांधीगिरी जी हां, प्रदेश में भर्तियों में लग रहे आरोपों को लेकर युवाओ के भविष्य के संदर्भ में गांधीगिरी का ही सहारा लेना पड़ेगा। वह भी प्रदेश में सत्तासीन उस पार्टी के खिलाफ जिसके लिए गाँधी जी का विशेष महत्व है। कभी गन संभालने वाले शौर्य के इस प्रतीक ने भी अपनी मांगो को मनवाने के लिए अनशन का हथियार उठाने का मन बना लिया है। सीआरपीएफ की असिस्टेंट कमांडेंट की नौकरी छोड़ कर भर्तियों में धांधली को लेकर आवाज उठा रहे शौर्य चक्र विजेता विकास जाखड़ ने आज झुंझुनू जिला मुख्यालय पर प्रेस वार्ता आयोजित की। शौर्य चक्र विजेता विकास जाखड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि जयपुर में शांतिपूर्वक अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक कार्यवाही की । विद्यार्थियों के बाल खीचे मुक्के मारे गालियां तक दी यहां तक कि पुलिस ने मुझे भी नहीं बख्शा । वहीं उन्होंने ऐलान किया कि वह अपने गांव जाखडो का बास में अनशन पर बैठेंगे। और शहर से लेकर गांव तक अब यह लड़ाई लड़ी जाएगी । यदि सरकार आवाज दबाने के लिए मेरे गांव में धारा 144 लगा देगी तो मैं मेरे घर पर अनशन पर बैठूंगा और इसमें मेरी पत्नी भी मेरा साथ देगी भले ही इस लड़ाई में उनको अपनी नौकरी भी छोड़नी पड़ेगी तो वह इससे भी पीछे नहीं हटेगी । प्रदेश में भर्तियों में हुई धांधली को लेकर उन्होंने सीधा-सीधा पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन भर्तियों में धांधली करके पैसा सत्ताधारी पार्टी द्वारा दिल्ली तक पहुंचाया जा रहा है । उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अपनी आवाज उठाने का तरीका होता है लेकिन यह सरकार युवाओं को अपनी आवाज भी उठाने नहीं दे रही है यह किस प्रकार का लोकतंत्र है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के युवाओ के साथ-साथ अन्य प्रदेशों के युवाओं के भी उनके पास फोन आ रहे हैं वह उनके साथ हैं । लेकिन उनको डर सता रहा है कि सरकार उन पर केस लगाकर उनका कैरियर चौपट कर देगी। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं से अपील की आप कहीं पर भी हो सोशल मीडिया के द्वारा जूड़कर भी अनशन में भागीदारी दे सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट विकास जाखड़ ने 23 नवंबर 2016 को झारखंड में सात नक्सलियों को मार गिराया था। जिसके बाद राष्ट्रपति ने उनको शौर्य चक्र देकर सम्मानित किया था। हाल ही में उन्होंने प्रदेश में हो रही भर्तियों में धांदलीयो का आरोप लगाते हुए इस्तीफा देकर युवाओं के लिए लड़ाई लड़ने का बिगुल बजा दिया था।