बार और बैंच एक ही सिक्के के है दो पहलू – दीक्षित
झुंझुनूं, जिला एवं सेंशन न्यायाधीश देवेन्द्र दीक्षित ने कहा है कि बार और बैंच एक ही सिक्के के दो पहलू है। वे सोमवार को झुंझुनूं की एडीजे संख्या एक सोनिया बेनीवाल व एडीजे संख्या दो अंकित रमन के स्थानान्तण अवसर पर वकीलो द्वारा आयोजित किया गया विदाई समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशो एवं एडवोकेट्स का पीडि़त पक्ष को न्याय दिलाना ही प्रमुख कार्य है जिसमें वे दोनो अपनी-अपनी भागीदारी निभा रहे है। उन्होंने कहा कि झुंझुनूं बार एक उत्कृष्ट बार है तथा उन्होंने दोनो ही स्थानान्तरित अधिकारियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। इससे पूर्व जिला एवं सेंशन न्यायाधीश देवेन्द्र दीक्षित, पारिवारिक न्यायालय के जज राजेश कुमार, एससी एसटी न्यायालय की जज सरिता नौसाद, स्थानान्तरित एडीजे संख्या एक सुश्री सोनिया बेनीवाल, एडीजे संख्या दो अंकित रमन, नवागन्तुक एडीजे संख्या एक सीमा ढ़ाका व नवगान्तुक एडीजे संख्या दो आशिष कुमार कुमावत का माल्यार्पण कर वकीलो ने स्वागत किया वहीं स्थानान्तरित एडीजे संख्या एक सुश्री सोनिया बेनीवाल व एडीजे संख्या दो अंकित रमन का झुंझुनूं बार अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह, सह सचिव नागेश, कोषाध्यक्ष धर्मवीर मीणा, वरिष्ठ वकील सतीश कुल्हरी, जहीर मोहम्मद फारूकी, लोक अभियोजक प्रदीप शर्मा, अशोक कुमार, बंशीधर, महेन्द्र कुमावत, रामावतार जाखड़, मुकेश वशिष्ट, कपिल, पुस्तकालय सदस्य बीलाल कुरैशी, सचिव अमर पाल, उपाध्यक्ष अजय स्वामी, किरण बियाला, द्वारका प्रसाद आदि ने शॉल, श्रीफल, साफा एवं बुके भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पूर्वा चतुर्वेदी, उपभोक्ता मंच के अध्यक्ष मनोज मील, सदस्य ,अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ऋतिका चौहान, बाल न्यायालय की प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट स्वाती पारिक, न्यायिक मजिस्ट्रेट सरीता कायथ सहित बड़ी संख्या में वकील उपस्थित थे। मंच संचालन कमलेश झाझडिय़ा ने किया। इससे पूर्व वरिष्ठ वकील दीलिप सिंह करवाणात एवं अजीज अली खां ने स्थान्तरित जजो की खुशहाली की कामना करते हुये उनके उज्जव भविष्य की भी कामना की।