महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति से जुड़े कार्यकर्ताओं ने
चूरू, जिले के गांधीवादी लोगों एवं महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति से जुड़े कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए उनकी 150 वीं जयन्ती वर्ष के र्कायक्रमों को एक वर्ष और बढ़ाने तथा गांवों में महात्मा गांधी वाचनालय व पुस्तकालय फिर से खोलने के निर्णय का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं राज्य स्तरीय गांधी दर्शन समिति से जुड़े लोगों की सराहना की है। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक दुलाराम सहारण ने बताया कि राज्य सरकार ने गांधी की 150 वीं जयंती वर्ष के कार्यक्रमों को 2 अक्टूबर, 2021 तक जारी रखने का निर्णय लिया है। साथ ही, ग्राम स्तर पर साक्षरता मिशन के तहत शुरू किए गए महात्मा गांधी वाचनालयों और पुस्तकालयों को फिर से खोलने और इनमे गांधीजी से जुड़ा साहित्य उपलब्ध कराने का भी निर्णय लिया है। यह बापू के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में महत्त्वपूर्ण साबित होगा। सहारण ने इन निर्णयों के लिए मुख्यमंत्री गहलोत के साथ-साथ कला एवं संस्कृति मंत्री डाॅ बीडी कल्ला, कला एवं संस्कृति शासन सचिव मुग्धा सिन्हा, राज्य कमेटी प्रतिनिधि पूर्व महाधिवक्ता गिरधारी लाल बाफना, राज्य संयोजक मनीष शर्मा, सह-संयोजक हेमंत धारीवाल, राज्य प्रतिनिधि सवाई सिंह शेखावत, धर्मवीर कटेवा, डॉ. निजाम मोहम्मद, शंकर यादव, रमेश पंड्या, राजकुमार माथुर, श्रीगोपाल बाहेती आदि का भी धन्यवाद व्यक्त किया है। गांधी समिति से जुड़े रियाजत खान ने बताया कि राजस्थान प्रदेश को गांधीमय बनाने के लिए समिति ने समर्पित र्कायर्कताओं और विशेषज्ञों की एक टीम तैयार करने का निर्णय लिया है जो सराहनीय है। रतनलाल जांगिड़ ने स्कूलों में स्कूलों में गांधीवादी विचारकों और विशेषज्ञों की विशेष कक्षाएं आयोजित कराई जाने तथा शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के गठन का स्वागत किया है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान देश में एकमात्र राज्य है, जिसने इस तरह का प्रकोष्ठ स्थापित किया है। इस प्रकोष्ठ को राज्य सरकार के एक विभाग के रूप में स्थापित किया जाएगा। आयोजन समिति से जुड़े रतनगढ़ ब्लाॅक संयोजक हरिप्रकाश इंदौरिया एवं रतनगढ़ सह संयोजक नवीन वर्मा, सुजानगढ़ संयोजक सविता राठी व सह संयोजक अमित मारोठिया, सरदारशहर संयोजक डाॅ मोनिका सैनी व सह संयोजक के भरत गौड़, तारानगर संयोजक नरेंद्र दूत व सह संयोजक लीलाधर जोशी, राजगढ संयोजक निर्मला सिंघल व सह संयोजक नसीम कुरैशी ने भी गांधी के विचार जन-जन तक पहुंचाने, गांधीजी के जीवन दर्शन, उनकी जीवनी और वाड्ःमय को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब सहित विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित किए जाने, प्रदेश के स्कूलों में बच्चों को गांधी साहित्य उपलब्ध कराने, गांधी विचार संस्कार परीक्षा आयोजित कराने, 11वीं और 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में ‘स्वतंत्रता आंदोलन के बाद का स्वर्णिम भारत’ पुस्तकें लागू किए जाने का स्वागत किया।