जल जीवन मिशन की समीक्षा कर अधिकारियों को दिए निर्देश
चूरू, सांसद राहुल कस्वां ने कहा है कि अधिकारी जल जीवन मिशन परियोजनाओं को गति दें और यह सुनिश्चित करें कि किए जा रहे कार्यों में गुणवत्ता किसी भी स्तर पर कमजोर नहीं हो। सांसद कस्वां शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग, जिला प्रमुख वंदना आर्य, एडिशनल चीफ इंजीयिनर दीपक बंसल सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे। सांसद ने कहा कि ग्रीष्मकाल के दौरान जिले में अनेक स्थानों पर पेयजल की किल्लत रहती है, ऎसे में नहरबंदी के समय समुचित प्रबंधन नहीं किए जाने से लोगों के सामने पानी का भारी संकट उत्पन्न हो सकता है, इसलिए समुचित मॉनीटरिंग के साथ कार्य करें तथा बंद पड़े स्थानीय स्रोतों को भी चालू रखें। उन्होंने चूरू की विषम परिस्थितियों को देखते हुए स्थानीय स्रोतों से होने वाली पैरेलल व्यवस्था को बनाए रखने की जरूरत बताई। सांसद ने कहा कि जल जीवन मिशन में हो रहे कार्यों में पानी की चोरी पर जीरो टोलरेंस की नीति अपनाएं ताकि अन्यथा प्रोजेक्ट के उद्देश्य प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों में कार्ययोजना सही रहे तथा यह भी सुनिश्चित करें कि जहां काम पूरा हो गया है, वहां सभी घरों में पेयजल की आपूर्ति समुचित ढंग से हो रही है। उन्होंने कहा कि कार्यों में पारदिर्शता रहे तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन को लेकर लोगों को जागरुक करें और उन्हें कार्यों के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ जल के सदुपयोग के लिए भी प्रेरित करें।
जिला कलक्टर ने बताया कि योजना की अब तक की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि मिशन के कार्यों की समुचित मॉनीटरिंग की जा रही है। योजना की डीपीआरको पोर्टल पर भी डाला गया है। कोई भी व्यक्ति इसे देख सकता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे प्रत्येक ग्राम पंचायत के राजीव गांधी सेवा केंद्र में योजना में हो रहे कार्य के संबंध में नक्शा और विवरण प्रदर्शित करें ताकि लोगों को अपने क्षेत्र में हो रहे कार्य की जानकारी रहे। उन्होंने बताया कि पानी की क्वालिटी जांच के लिए जिले में पांच ब्लॉक पर वाटर टेस्टिंग लैब प्रस्तावित हैं। जिला प्रमुख वंदना आर्य ने जल जीवन मिशन के कार्य पूरा होने के बाद आ रही समस्याओं से अवगत करवाया और कहा कि कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रखा जाना चाहिए। एडिशनल चीफ इंजीनियर दीपक बंसल ने अब तक की प्रगति, प्रस्तावित कार्यों एवं नहरबंदी के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बैठक में अधीक्षण अभियंता जेआर नायक, अधीक्षण अभियंता (प्रोजेक्ट) राममूर्ति, एक्सईएन रामकुमार झाझड़िया, एक्सईएन कैलाश पूनिया, दयाराम बैलाण, वाणी संस्था के कपिल भाटी, अमर सिंह मीना, लाल बहादुर गोदारा, हरिराम माहिच, राजूराम शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।