सीकर, राजस्थान गौ सेवा समिति के सरंक्षक थानापति हिरापुरी महाराज के सानिध्य में गोभक्त आत्ममंथन सम्मेलन का जयपुर सांगानेर पिंजरापोल गोशाला प्रांगण में आयोजित हुआ। जिसमें राजस्थान गो सेवा समिति के प्रदेशाध्यक्ष व श्री बुद्धगिरी मढ़ी फतेहपुर-शेखावाटी के महंत दिनेश गिरी महाराज ने अपने ओजस्वी भाषण में सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा की गो-अधिकार यात्रा का प्रारंभ 1857 में वीर गौ भक्त मंगल पांडे के द्वारा प्रारम्भ किया गया था। 1857 से चली गौ अधिकार की अलख आज 2018 तक चल ही रही है। सदियों लम्बी इस यात्रा में लाखो करोड़ों गौ भक्त, क्रांतिकारियों, संतों ने अपने प्राणों की आहुति के उपरांत भी गोवंश की दुर्दशा बढ़ती जा रही है आखिर ऐसा क्यों कहा कमी है ये बड़ा चिंतन मंथन का विषय है। हम सब के लिये है सरकारों की नीतियों में गायों का विषय क्यों नहीं स्थापित हो रहा है । उन्होंने आने वाले पांच वर्षो की योजना बनाने की अपील की ओर कहा कि हम सब गोशाला संचालको को वृह्द नीति बनाने की आवश्यकता है। सन्त शक्ति भी गो सेवा के लिये आगे आये सम्मेलन में आने वाले विधानसभा चुनावों में जो भी प्रत्याशी विधानसभा सदस्य का चुनाव लड़ेगा उनसे एक संकल्प पत्र भरवाने का प्रस्ताव लिया गया।