गंदे पानी को पीने के लिए मजबूर हैं पापड़ा के ग्रामीण
उदयपुरवाटी,[कैलाश बबेरवाल] बागोली के पास पापड़ा कला के ग्रामीणों को कोरोना महामारी से ज्यादा डर गांव में आ रहे गंदे पानी से हो रहा है। आस-पास के ग्रामीण जर्जर टंकी से सप्लाई हो रहे बदबूदार पानी पी रहे हैं। पापड़ा गांव लगभग चार हजार आबादी वाले इस गांव में पहाड़ी के ऊपर बनाई गई लगभग 50 वर्ष पुरानी टंकी है। जो 5 साल से जर्जर अवस्था में पड़ी हुई है, टंकी के ऊपर की छत टूटी हुई है, टंकी में मृत जानवरों के अवशेष व कूड़ा कचरा पड़ा हुआ है, इस टंकी से गांव में पेयजल सप्लाई होती है जिसमें बदबूदार पानी आ रहा है। इस गंदे पानी को पीने के लिए पापड़ा के ग्रामीण मजबूर हैं। पास में ही बनी नई टंकी 3 वर्ष पहले बनी थी। जिसे अभी तक गांव के लिए चालू नहीं किया गया है। उससे केवल ढाणियों में पेयजल सप्लाई की जाती है। इस नई टंकी से पापड़ा ग्राम को जोड़ दिया जाए तो समस्या से निजात मिल सकता है। पंचायत समिति सदस्य मनिता सोनी ने बताया की नई टंकी से आने वाली पाईप लाईन 4 इंच मोटी है और उससे आगे गांव में पेयजल सप्लाई होने वाली पाईप लाईन 6 इंची की डाली हुई है। नई टंकी से 8 इंच की पाइप लाईन डाली जाए और टंकी को जल्दी से जल्दी शुरू किया जाए, तब जाकर पापड़ा के ग्रामीणों को शुद्ध पानी मिलेगा। इस समस्या के बारे में पंचायत समिति सदस्य ने काफी बार उदयपुरवाटी प्रधान, विधायक व सरपंच को अवगत कराने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। टंकी के इस गंदे पानी से कोई भी बिमारी फेल सकती है। पापड़ा पंचायत में जलदाय विभाग के कर्मचारी का पद काफी दिनों से खाली पड़ा है। एक प्राइवेट कर्मचारी ही पेयजल सप्लाई का काम करता है। ग्रामीणों ने स्थाई कर्मचारी लगाने की भी मांग की है। विरोध प्रदर्शन दौरान गोपी सोनी, पूर्णमल सेन, मुकेश सेन, विक्रम, प्रकाश, मनीष, राहुल, गौतम, प्रवीण, रवि, अयूब खान, प्रकाश सेन सहित ग्रामीण मौके पर मौजूद थे।