धार्मिक अनुष्ठान में जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी, नवलगढ़ विधायक विक्रम जाखल, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी सहित लाखों श्रद्धालुओं ने नवाया शीश
उदयपुरवाटी. कस्बे के निकटवर्ती ग्राम धनावता में स्थित ईशरानाथ धाम पर महाशिवरात्री के अवसर पर भगत सांवताराम के सानिध्य में शुक्रवार को चिंरजीव शास्त्री के आचार्यत्व में 21 हजार पार्थिव शिव लिंगों की पूजा-अर्चना कर महाअभिषेक किया गया। क्षेत्र के अनुठे धार्मिक कार्यक्रम में हजारों श्रद्वालुओं ने उपस्थित होकर जल, पंचामृत, बिल्व पत्र, पुष्प, फल चढ़ाकर भगवान शिव की पूजा अर्चना की। वही हजारों भक्तों ने भण्डारे में हलवा व खीर की प्रसादी ग्रहण की। धार्मिक कार्यक्रम में अग्र-पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज वेदांती ने कहा कि शंकर के अलावा अन्य देवता तो तपस्या बहुत करवाते है। भगवान शंकर भोले है जो जल्द प्रकट हो जाते है। जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी ने सम्बोदित करते हुये कहा कि महाशिवरात्रि पर्व हम इस लिये मनाते है। भगवान शिव व मां पार्वती के विवाह व ज्योर्तिलिंग के रूप में शिव प्रकट हुये थे। शिवरात्रि पर्व पर परिवार के छोटे से लेकर बड़े व्यक्ति तक व्रत रखते है। कुल्हरी ने कहा कि मेरे लायक जो काम होगें में तुरंत करने के लिये तैयार रहूंगी। पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने कहा कि धार्मिक आयोजन इस कालखण्ड में आयोजित होना जरूरी है। युवा पीढ़ी कुरूतियों की तरफ ज्यादा बढ़ रही हैं। संस्कारों के अभाव में हमारी संस्कृति लुप्त होती जा रही है। संस्कृति को बचाने के लिये मेले व धार्मिक आयोजन जरूरी है। धार्मिक अनुष्ठान के आयोजक महंत सावताराम भगत ने सभी भक्तजनों को आर्शिवचन सुनाये। इस दौरान अग्रपीठाधीश्वर रैवासा धाम के डॉ. राघवाचार्य महाराज, जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी, नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, नगरपालिका चेयरमैन रामनिवास सैनी, बागोरिया की ढ़ाणी सरपंच राजेन्द्र सैनी, जिला परिषद सदस्य अजय भालोटिया, सीताराम जांगिड़, पवन शाह आदि मौजूद रहे। इसी प्रकार कस्बे के दर्जनों शिवालयों में भी भगवान शिव के जयकारें दिनभर गूंज रहे थे। पहाड़ी पर स्थित सुखतलाई मंदिर के महादेव मंदिर में ललित सोनी, नितेश सैनी, रमाकांत मिŸाल, विकास योगी, जितेन्द्र राठी, राहुल ओला, अनिल सैनी, वंश सोनी, पांच बत्ती पर स्थित पौराणिक शिव मंदिर, नगरपालिका के सामने स्थित शिव मंदिर, पोस्ट ऑफिस के पास नीलकंठ महादेव मंदिर, कृष्ण गौशाला में स्थित शिव मंदिर, बसंत बिहार के रूपाणा धाम, रावों के मौहल्लें में नीलकंठ महादेव मंदिर, जोगियों वाले कुएं पर स्थित शिव मंदिर, खानेश्वर धाम में स्थित शिव मंदिर, क्रय विक्रय के निकट स्थित शिव मंदिर आदि में भक्तों ने पूजा अर्चना की।