रतनगढ़[ नवरतन प्रजापत] श्री ताल बालाजी श्याम मंदिर के प्रांगण में तीन दिवसीय श्री श्याम कथा का शुभारंभ गणेश वंदना पूजन के साथ हुआ। व्यासपीठ पर विराजित राष्ट्रीय कथाकार मनुश्री महाराज ने श्याम कथा का महात्म्य बताते हुए कहा कि जो भक्त अपने जीवन में हार कर बाबा श्याम की शरण में आता है। बाबा उसे अपनाते हैं ।”हारे का सहारा है बाबा श्याम “उस भक्त की हर मनोकामनाएं बाबा के आशीर्वाद से पूर्ण होती हैं। उन्होंने कहा कि जीवन का सबसे सर्वोत्तम उपयोग परोपकार व निर्बल का साथी बनने से हैं। अपने जीवन में सदैव धर्म का साथ देवेें। कथा के दौरान मनुश्री महाराज ने गोड बंगाल के ब्राह्मण दंपति को संतान देने की चमत्कार कथा धर्म श्रद्धालुओं को विस्तार से सुनाई। उन्होंने नवधा भक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान के नाम की भक्ति सबसे बड़ी भक्ति है। कथा शुरू होने से पूर्व व्यासपीठ की पूजा अर्चना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य आनन्दमंगल मिश्र ने सपत्नीक की। भागवत कथा में पुजारी परिवार के शिवभगवान इन्दोरिया , रामगोपाल इन्दोरिया, धनराज इन्दोरिया, राकेश इन्दोरिया, प्रमोद ,पवन इन्दोरिया , रघुनंदन धीरेंद्र ,धनपतराय कसेरा,युवा नेता अभिनेष महर्षि, ओमप्रकाश सिंघानिया, जय कुमार बियाला, संजय मुरारका , महेश प्रजापत, पूर्व प्रधान संतोष तालनियां, गिरधारीलाल बाजोरिया, विशंभरदयाल गोरी सरिया, मुरारीलाल पारीक, प्रहलाद पारीक , सुरेश मुरारका ओमप्रकाश गौड़, ओमप्रकाश तापड़िया सहित अनेको धर्म श्रद्धालु उपस्थित थे। गत शनिवार के सायँ सालासर धाम के पुजारी यशोदानंदन ने व्यासपीठ पर विराजित महाराज का पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। आज रविवार को श्रीताल बालाजी श्याम मंदिर के प्रांगण में बड़ी संख्या में धर्म श्रद्धालुओ ने श्याम कथा सुनकर आध्यात्मिक लाभ उठाया।