सक्रिय खोज अभियान
सीकर, राष्ट्रीय क्षय उन्नमूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सीकर जिले में 24 मार्च से 13 अप्रैल तक जिले के डालमास, किशनपुरा,आगवाड़ी, सिहोट बड़ी, ढोलासरी, कोलवा और दरीबा में आयुष्मान भारत हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर पर टीबी उन्मूलन के लिए अधीन सक्रिय खोज अभियान का संचालन जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी के निर्देशन में किया जा रहा है। अभियान के तहत सीएचओ, एएनएम, आशा और अन्य गाँव स्तरीय कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर पूर्व में उपचार ले चुके टीबी रोगियों, पोस्ट कोविड, डायबिटीज, एचआईवी, कैंसर, तंबाकू, कुपोषण, एल्कोहोलिक, इत्यादि सह बीमारियों और सामान्य व्यक्तियों में टीबी के लक्षणों के पाये जाने पर बलगम की जाँच, टीबी रोगियों को उपचार सेवायें, स्वास्थ्य शिक्षा, खानपान की सलाह, केंद्रों पर व्यायाम, दुर्व्यसनों एवं नशे से दूरी, संक्रमण से अन्य परिजनों को बचाने हेतु मास्क का उपयोग, संक्रमण रोधी व्यवहार की पालना, परिजनों की भी लक्षणों पर स्क्रीनिंग की जा रही है। वही एक्सरे जाँच और रोग उत्पन्न न हो और बचाव के लिये टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी (टीपीटी) उपचार दिया जाना, टीबी रोगियों में उपचारग्राही व्यवहार, यूडीएसटी, फॉलो अप एवं उपचार के दौरान अन्य आवश्यक जाँचे, निक्षय पोषण योजना में डीबीटी के माध्यम से टीबी रोगियों को भुगतान के साथ ही टीबी रोग के प्रति जन जागरूकता और जनसाधारण एवं जनप्रतिनिधियों और विभिन्न सामुदायिक स्तरीय संस्थाओं की प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने के लिए सामुदायिक बैठकें, ग्राम सभा, गाँव स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की बैठकें,जन आरोग्य समिति, महिला आरोग्य समिति और स्वयं सहायता समूह की सहभागिता, टीबी विजेताओं की टीबी उन्मूलन हेतु आमुखीकरण और सहभागिता, पंचायती राज संस्थाओ की भागीदारी सुनिश्चित करना, स्कूल और कॉलेज के माध्यम से जनजागरूकता गतिविधियां, रैली, वाकेथलोंन, टीबी मुक्त भारत के लिये शपथ, सोशल मीडिया कैम्पेन इत्यादि गतिविधियों का आयोजन भी इस दौरान किया जा रहा है। सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी ने बताया कि जिले में अभी कार्यशील सात आयुष्मान भारत हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटरों पर यह गतिविधियां प्रारंभ की गई है। जिले के अन्य सभी केन्द्रों पर भी सीएचओ पदस्थापित किये गये है भविष्य में सभी केन्द्रों पर क्षय उन्मूलन की इस प्रकार की गतिविधियां संचालित कर क्षय उन्मूलन की प्रभावी प्रगति सुनिश्चित की जायेगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विशाल सिंह ने बताया कि हमारा लक्ष्य गाँव गाँव को टीबी मुक्त कर, जिले को टीबी मुक्त करना है। इस हेतू सभी सामुदायिक स्तरिय संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों और जनसाधारण कि सक्रिय भागीदारी कि आवश्यकता है। हम अस्पतालों में आने वाले संभावित रोगियों जांच कर प्राथमिक स्तर पर टीबी रोग को खोज कर उपचार हर रहे है, साथ ही सक्रिय खोज अभियान के माध्यम से घर घर जाकर संभावितों कि स्क्रीनिंग और जाँच करवा रहे है ताकि अधिकाधिक जाँच करवाकर, टीबी रोगियों को खोजकर उपचारित किया जा सके और संक्रमण कि चैन को तोड़ा जा सकें। इसी क्रम में इस वर्ष से सरकार द्वारा टीबी उन्मूलन हेतू टीबी रोगी के परिजनों को भी स्क्रीनिंग एवं एक्स रे जाँच और टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी प्रारंभ की गई है और इसके परिणाम भी उत्साहवर्धक प्राप्त हो रहे है।