25 दिसंबर को सभी सामाजिक संगठन झुंझुनूं अम्बेडकर पार्क में बनायेगे रणनीति
झुंझुनू, अमित शाह गृहमंत्री भारत सरकार द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पर टिप्पणी के विरोध में आज झुंझुनू जिले के सभी सामाजिक संगठनों ने पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया एवं महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। लोगो का कहना था कि भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने भारत गणराज्य के संविधान का निर्माण किया है जो 26 जनवरी 1950 से लागू है। संविधान में राष्ट्र के सभी नागरिकों को मूलभूत अधिकार प्रदान किए हैं। संविधान में समता,स्वतंत्रता,बंधुत्व एवं न्याय के अधिकार प्रदान किए गए हैं। संविधान में प्रजातांत्रिक प्रणाली को वोट के माध्यम से स्वीकार किया गया है भारत गणराज्य का संविधान सर्वोच्च है। अमित शाह गृहमंत्री भारत सरकार ने संसद में भारत रत्न संविधान निर्माता का अपमान किया है बाबा साहेब डॉ अंबेडकर राष्ट्र के महानायक हैं। धार्मिक,सांस्कृतिक,सामाजिक व्यवस्था के नियामक हैं। डॉक्टर अंबेडकर का अपमान करना संविधान का उल्लंघन करना है साथ ही करोड़ों देशवासियों का अपमान करना है। अमित शाह का संसद में यह दुष्कृत्य संविधान विरोधी,जन विरोधी एवं लोकतंत्र विरोधी है। करोड़ों नागरिकों का अपमान करना देश का अपमान करना है। झुंझुनू जिले के समस्त सामाजिक संगठन गृहमंत्री के बयान का पुरजोर विरोध करते हैं तथा कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। गृहमंत्री अमित शाह को संसद में सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। अगर गृहमंत्री अमित शाह अपना बयान खेद के साथ वापस नहीं लेते हैं तो जिले के सभी संगठन सड़कों पर उतरकर धरना प्रदर्शन करेंगे। सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने एक राय होकर निर्णय लिया कि अगर गृहमंत्री सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते हैं तो आगामी 25 दिसंबर को दोपहर 1 बजे जिले के सभी सामाजिक संगठन झुंझुनूं अम्बेडकर पार्क में मिलकर आगे की रणनीति तय करेंगे। इस दौरान अंबेडकर अनुसूचित जाति अधिकारी कर्मचारी एसोसियेशन राजस्थान जिला झुंझुनू, अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार विरोधी जिला संघर्ष समिति झुंझुनू, अंबेडकर वेलफेयर सोसाइटी, मेघवंशीय समाज चेतना संस्थान,अंबेडकर स्मृति संस्थान, राजस्थान अंबेडकर शिक्षक संघ, समता सैनिक दल इकाई झुंझुनू,आवाम ग्रुप,भीम आर्मी,आजाद समाज पार्टी,मेघवाल समाज संघ,मेघवाल समाज चेतना संस्थान,बहुजन समाज पार्टी सहित जिले के सभी संगठनों के पदाधिकारीयों ने जिला मुख्यालय पर उपस्थित होकर पुरजोर विरोध प्रदर्शन किया