सीकर, विकास अधिकारी दांतारामगढ़ नरेंद्र कुमार मीणा ने बताया की सुशासन सप्ताह प्रशासन गांव की ओर अभियान में उदाराम एवं इनकी पत्नि बरजी देवी नीमावास तहसील दांतारामगढ जिला सीकर के मूल निवासी है। दोनों उदाराम एवं बरजीदेवी को सरकार से स्वीकृत वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त हो रही थी। लेकिन इनके जनाधार मे सिस्टम द्वारा डाटा से कोई सदस्य सरकारी सेवा में होने के कारण इन दोनों की दो वर्ष पूर्व वृद्धावस्था पेंशन बन्द हो गई।
इन दोनों व्यक्ति मानवाधिकार कार्यालय जयपुर में पेंशन चालू करने के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। साथ ही पंचायत समिति कार्यालय में भी इस के लिए सम्पर्क किया।
विकास अधिकारी पंचायत समिति दांतारामगढ द्वारा परिवार पर ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत मोटलावास से सदस्य सरकारी सेवा में होने के कारण बन्द होने से संबंधित रिपोर्ट चाही गई। दोनो लाभार्थी आर्थिक रूप से काफी कमजोर होने के कारण वृद्धावस्था पेंशन पर ही निर्भर है तथा सामाजिक कार्यों व अन्य आधारभूत जीवन की आवश्यकताओं के लिए पेंशन ही ही एक मात्र आय का स्त्रोत है। तत्प्रश्चात प्रकरण की जांच करवाकर तथा ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत मोटलावास से रिपोर्ट प्राप्त करने के पश्चात दोनो पेंशन लाभार्थियों की पेंशन प्रारम्भ कर दी गई
पेंशन ही इन दोनो लाभार्थियों के आर्थिक सम्बल का साधन होने से दोनो लाभार्थी पेशन के पुनः प्रारम्भ होने से अत्यधिक प्रसन्न हुए, दोनो पेंशन लाभार्थीयों राज्य सरकार द्वारा स्थापित परिवाद निस्तारण की प्रकिया से बेहद संतुष्ट होकर राज्य सरकार उपखंड प्रशासन का आभार जताया ।