संभागीय आयुक्त के निरीक्षण व निर्देश के बाद युद्ध स्तर पर शुरू हुआ साफ-सफाई व पानी निकासी संबंधी कार्य
चूरू, संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर जौहरी सागर एवं गाजसर गिनाणी जल भराव क्षेत्रों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया और साफ-सफाई व जल भराव की भारी समस्या को देखते हुए विभिन्न अधिकारियों में अलग-अलग क्षेत्रों की व्यवस्थाएं बांटकर त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त के निर्देशों के बाद तत्काल जिला मुख्यालय पर तीव्र गति से साफ-सफाई कार्य आरंभ कर दिया गया।
इस दौरान उन्होंने कलक्ट्रेट में संबंधित अधिकारियों की बैठक ली और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने जौहरी सागर के परिक्षेत्र जल निकासी के लिए तुरन्त प्रभाव से एकल स्रोत निविदा करते हुए आवश्यक मात्रा में पम्प क्रय करने तथा दीर्घकालीन व्यवस्था हेतु समुचित मात्रा में पम्प, स्क्रीन एवं ओ.एण्ड एम. के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में उपापन समिति गठित करने के निर्देश दिए। समिति लगाये जाने वाले पम्प की क्षमता, गुणवत्ता आदि का निर्णय करेंगी तथा राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम, 2012 के अनुसार एकल स्रोत उपापन के तहत पम्प क्रय किए जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करेंगी। संभागीय आयुक्त ने कहा कि जल निकासी के लिए किसी भी संसाधन की आवश्यकता होने पर राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण अधिनियम, 2005 के तहत उसे अधिग्रहण कर उपयोग करें।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि चांदनी चौक क्षेत्र में क्षतिग्रस्त फेरो कवर की जगह नए फेरो कवर स्थापित किए जाएं। पंपिंग स्टेशन से नई लाइन डालने के लिए संबंधित ठेकेदार को निर्देशित कर शीघ्र कार्य कराया जाए। स्थानीय पार्षदों से चैंबर के चौक होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल सफाई कार्य कराया जाए। उन्होंने कहा कि सानिवि रेस्ट हाऊस के पीछे टाऊन हॉल तक जल भराव की स्थिति में सुधार के लिए लोहिया कॉलेज के पंप अथवा पीटीओ से जल निकासी सुनिश्चित करें। नई सड़क पर हार्ट केयर इंस्टीट्यूट सामने क्षतिग्रस्त सड़क पर फेरो कवर लगाकर आज ही रिपेयरिंग सुनिश्चित करें। वार्ड नं. 35 में छोटू साईकिल की दुकान एवं वी.के. जैन के घर के सामने चौक हुए चैम्बर की सफाई सुनिश्चित करवाएं।
उन्होंने नगर परिषद अधिशाषी अभियंता से ताजूशाह तकिया में मोटर नहीं चलने के कारण जल भराव की समस्या का तत्काल निस्तारण करने के लिए कहा। संभागीय आयुक्त ने नगर परिषद आयुक्त एवं लेखाधिकारी से कहा कि राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण अधिनियम, 2005 के तहत तुरन्त प्रभाव से आर.टी.पी.पी. एक्ट के तहत प्रतिस्पद्र्धात्मक अथवा आपातकालीन निविदा करते हुए ट्रेक्टर संचालन की कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने आयुक्त से कहा कि सफाई निरीक्षक एवं सहायक सफाई निरीक्षक की जिम्मेदारी तय करते हुए पर्याप्त मात्रा में ऑटो टिपर उपलब्ध नहीं करवाये जाने परसंबंधित निविदादाता के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए प्रतिस्पद्र्धात्मक अथवा आपातकालीन निविदा के माध्यम से व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने एसडीएम से कहा कि गाजसर गिनाणी में सतह के नजदीक तक जल भराव हो चुका है, जिससे गिनाणी के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ गई है। अतः तुरन्त प्रभाव से अस्थाई लाइन एवं पम्प समुचित मात्रा में व्यवस्था करते हुए जल निकासी प्रारम्भ की जाए। इस दौरान जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग, एडीएम लोकेश गौतम, एसडीएम सत्यनारायण सुथार, कोषाधिकारी रामधन, नगर परिषद आयुक्त नूर मोहम्मद, नगर परिषद लेखाधिकारी चैनाराम, नगर परिषद एक्सईएन पूर्णिमा एवं कनिष्ठ अभियंता आदि मौजूद थे।