चुरूताजा खबर

कृषि क्षेत्र में जागरुकता का बहुत महत्त्व

डिप्लोमा कार्यक्रम के तृतीय बैच का शुभारम्भ

चूरू, परियोजना निदेशक, आत्मा की ओर से राष्ट्रीय कृषि प्रबन्ध संस्थान (मैनेज) हैदराबाद व राज्य कृषि प्रबन्ध संस्थान दुर्गापुरा के सानिध्य में आदान विक्रेताओं के लिए कृषि विस्तार सेवाओं में डिप्लोमा कार्यक्रम के तृतीय बैच का शुभारम्भ राज्य समन्वयक डा. के.के. मंगल, राजस्थान राज्य बीज निगम की उप प्रबंधक योगिता, उप निदेशक कृषि (विस्तार) अजीत सिंह ने किया।

इस मौके पर डॉ. के.के. मंगल ने बताया कि कृषि के क्षेत्र में जागरुकता का बहुत महत्त्व है। जरूरत इस बात की है कि प्रशिक्षणार्थी खुद ज्यादा से ज्यादा सीखें और किसानों को भी जागरुक करें। उन्होंने बताया कि इस डिप्लोमा के धारक खाद, बीज एवं कीटनाशी के अनुज्ञापत्र को प्राप्त करने हेतु पात्र होंगे, वे न केवल लाईसेन्स धारक होंगे अपितु कृषि ज्ञान की नवीनतम तकनीकी का व्यापक प्रचार-प्रसार करने में भी अग्रणी भूमिका निभायेंगे। परियोजना निदेशक, आत्मा दीपक कपिला ने बताया कि कृषि आदान विक्रता हेतु कृषि स्नातक अथवा रसायन विज्ञान विषय के साथ विज्ञान स्नातक होना अनिवार्य है। अन्य योग्यता धारकों के लिए ये डिप्लोमा जरूरी है। इसकी कक्षाएं सप्ताह में एक बार निर्धारित दिवस को आयोजित होती हैं, जिसमें विषय विशेषज्ञ कृषि विज्ञान से जुडी जानकारी देते हैं। इस अवसर पर सहायक निदेशक मोहन दादरवाल, कृषि अधिकारी कुलदीप शर्मा, गोविन्द सिंह राठौड, विजय पुरी, अनुपम महर्षि, कोर्स समन्वयक अभय कुमार जैन आदि भी उपस्थित थे। इस पाठ्यक्रम में 40 प्रतिभागी साप्ताहिक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

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