श्री राजस्थानी सेवा संघ मुंबई और श्री खेमी शक्ति मंदिर ट्रस्ट की ओर से रविवार को खेमी शक्ति मंदिर परिसर में वेद विद्यालय शुभारम्भ श्री नाथजी के टिले के पीठाधीश्वर ओमनाथ महाराज व दादु द्वारा बगड़ के पीठाधीश्वर अर्जुनदास महाराज के सानिध्य में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव थे। उन्होंने अपने उद्धबोधन में कहा की भारतीय संस्कृति में वेद शिक्षा का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा की वर्तमान युवा पीढ़ी इस शिक्षा से भटक रही है। आज का युवा सोशियल मीडिया में उलझ कर रह गया है। उन्होंने राजस्थानी सेवा संघ की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए अच्छा कदम बताया, वेद शिक्षा से युवा पीढ़ी में संस्कार उत्पन्न होगें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नगर परिषद सभापति सुदेश अहलावत ने इस अवसर पर कहा की वेद शिक्षा जिले में सराहनिय कदम है। यह कमी आज पुरी हो गई इस विद्यालय से संस्कारवान बच्चे समाज में आयेगें जो झुंझुनूं के लिए ही नहीं देश के लिए वरदान साबित होगें। कार्यक्रम में अर्जुनदास महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा संस्कृत शिक्षा से ही समाज में संस्कार उत्पन्न होते है। आज के युग में सामूहिक परिवार का टुटना वेद शिक्षा के अभाव का ही एक कारण है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जे.जे.टी. विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन डॉ. विनोद टिबड़ेवाला ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा की ग्यारह विद्यार्थियों से शुरू किये गये इस विद्यालय में शिक्षक ग्रहण करने वाले विद्यार्थियो को खाने-पिने व रहने की सभी सुविधाये निशुल्क होगी तथा निशुल्क शिक्षा दी जायेगी। पहले सत्र में 100 बच्चे लिये जायेंगे। इन बच्चो को सी.बी.एस.सी. बोर्ड की शिक्षा भी साथ-साथ दी जायेगी। उन्होनें कहा की वेद शिक्षा के अभाव में आज भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। युवा पीढ़ी में संस्कारो की अतिआवश्यक है। इसी उद्देश्य से यह विद्यालय खोला गया है। कार्यक्रम में जयपुर संस्कृत विद्यालय से आये एल.एन. शास्त्री ने अपने विचार रखे। पूर्व में सभी अतिथियों द्वारा यज्ञ की पूर्ण आहुति व श्रीफल पधारकर विद्यालय का शुभारम्भ किया।