जिले के सबसे बड़े राजकीय विद्यालय शहीद कर्नल जेपी जानू सीनियर सैकंडरी स्कूल में तनाव प्रबंधन पर शिक्षकों के लिए सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में फोर्टिस अस्पताल की ओर से अंगदान के संकल्प पत्र भी भरवाए गए। सेमीनार में मुख्य वक्ता फोर्टिस अस्पताल के मनो चिकित्सक डॉ तुषार कांत शर्मा ने कहा कि भौतिकवाद और भाग-दौड़ भरी जिन्दगी के कारण मनुष्य के जीवन में तनाव ने घर बना लिया है। संयुक्त परिवारों के टूटते चले जाने और छोटे परिवार होने के कारण भी मनुष्य अपने आप में सिमटता चला जा रहा है। वह अपनी बात किसी से नहीं कह पाता। मोबाइल पर ज्यादा समय देने लगा है और इन सभी का परिणाम यह हुआ है कि मनुष्य के जीवन में तनाव बढ़ रहा है। तनाव आगे बढ़ कर मनोरोग का रूप धारण कर रहा है। इसकी परिणति आत्महत्या के रूप में सामने आ रही है। इसलिए तनाव से दूर रहें, अपनी जीवन शैली इस तरह बना लें ताकि हम सुखमय जीवन जी सके। डॉ शर्मा ने अन्य चीजों की तरह तनाव का भी प्रबंधन करने की सलाह देते हुए बताया कि हम अपने आप से बातें करने की बजाय अपने परिवार जनों, दोस्तों से शेयर करें। कुछ समय निकाल कर एक्सरसाइज करें। खाने में कार्बोहाइड्रेट की कटौती करें ताकि मोटापे से बच सकें। सप्ताह में पांच दिन तीस मीनट तेज चाल चलें, ताकि पसीना आ जाए। काम के बीच विश्राम देते हुए कभी हॉलीडे पर चले जाएं, अकेले न रहें। अपने परिवार जनों, दोस्तों में तनाव के कोई लक्षण देखें तो उन्हें मनो चिकित्सक के पास जाने की सलाह दें। ताकि स्थिति खराब होने से पहले ही बात संभाली जा सके। सेमीनार में फोर्टिस अस्पताल के असिस्टेंट मैनेजर विजय कुमार ने शिक्षकों से अंगदान करने की अपील की। इस दौरान करीब ग्यारह शिक्षकों ने ब्रेन डेड जैसी परिस्थिति में अंगदान करने का संकल्प पत्र भरा।