झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी नरेंद्र कुमार को घोषित कर दिया है जो वर्तमान में मंडावा से विधायक भी हैं। वही कांग्रेस भी अपनी सूची जारी कर चुकी होती लेकिन एक रणनीति के तहत राहुल गांधी के राजस्थान दौरे के बाद ही इसको अब जारी किया जाएगा। झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी की बात करें तो पूरी पूरी संभावनाए है कि कांग्रेस का हाथ राजबाला के ही साथ होगा। जी हां क्योंकि वर्तमान भाजपा प्रत्याशी के सामने राजबाला ओला किसी भी तरीके से कमजोर प्रतीत नहीं होती है। शैक्षणिक योग्यता की बात करे तो उन्होंने पीएचडी की हुई है यह तथ्य भी वर्तमान के युवा वोटरों के लिए एक अपने जन प्रतिनिधि को खोजने का एक पैमाना है। इसके साथ ही वे शालीन और मिलनसार है इससे भी बड़ी बात कि झुंझुनू की राजनीति के बादशाह रहे शीशराम ओला की पुत्रवधु होने के बाद भी उन्होंने अहंकार को आज तक अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया है। यह सारी की सारी बातें उनको अन्य कांग्रेस की टिकट के आशार्थियों में सामान्य से विशिष्ट बनाती है। जो लोग पिछले चुनाव में हारने की बात कहते हैं तो उनके लिए बता दें कि पदमश्री शीशराम ओला ने भी अपना पहला चुनाव 1980 में लड़ा था और तीसरे स्थान पर रहे थे तथा कालांतर में झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से 5 बार सांसद चुने गए और केंद्र में मंत्री भी बने। राजबाला ओला वर्तमान में झुंझुनू से विधायक बृजेंद्र ओला की पत्नी भी है जिन्होंने हाल ही में अपने क्षेत्र से रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है। वही भाजपा ने इकलौती महिला सांसद संतोष अहलावत का टिकट काटकर नरेंद्र कुमार को दिया है ऐसे में कांग्रेस महिला वोटरों में एक सन्देश देने के लिए भी महिला प्रत्याशी उतारना चाहेगी। इस प्रकार यदि कोई बड़ा उलट फेर नहीं हुआ तो राजबाला ओला को कांग्रेस का टिकट मिलना तय है।