राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार एक मई से 31 जून तक आयोजित किया जाएगा। इस अभियान के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेरा गांव स्वस्थ गांव अभियान के रूप में सहभागिता निभाई जाएंगी। जिसमें अनेक बीमारियों के रोकथाम, ईलाज एवं जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएंगी। साथ ही बीमारियों के बचाव हेतु जानकारिया उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसी को लेकर गुरूवार को जिला स्वास्थ्य भवन में जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव की अध्यक्षता में आमुखिकरण कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में जिला कलक्टर ने उपस्थित सभी संबंधित चिकित्सों व स्वास्थ्यकर्मियों को अभियान के पूर्व व्यापक तैयारी कर अपने जिम्मेदारी निर्वहन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि अभियान को औपचारिकता नही मानते हुए संपूर्ण मनोयोग से पूर्व की भांति इस अभियान में भी अपनी सक्रिय भागिदारी निभाये। जिला कलक्टर ने प्रत्येक शिविर में एक सुझाव पेटिका रखकर आमजन के सुझाव लेने की बात कहीं। जिससे श्रेष्ठ कार्य करने वाले कर्मचारियों का चयन कर उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके। साथ ही अभियान में कोतही बरतने वाले कार्मियों के खिलाफ कडी कार्रवाही की चेतावनी दी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुभाष खोलिया ने बताया कि देश में टीबी रोग उल्मूलन के लिए व्यापक स्तर पर भारत सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत सरकारी व निजी चिकित्सकों द्वारा उपचारित तथा सरकार के निक्षय सॉफ्वेयर में पंजीकृत सभी टीबी रोगियों के आधार नंबर, बैंक खाता संख्या व मोबाइल नंबर जरूरी है। डॉ खोलिया ने बताया कि इसी अभियान के दौरान स्वास्थ्यकर्मी सर्वे के दौरान सभी टीबी रोगियों के ये आवष्यक दस्तावेज प्राप्त करें। जिससे सरकारी की योजना के अनुरूप सभी टीबी रोगियों को लाभाविंत किया जा सके। कार्यशाला में जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेपी बुनकर ने बताया कि अभियान का उदेश्य राजस्व कार्यो के साथ-साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में किसी भी प्रकार के सेवाओं से वंचित लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाना है, जिसमें टीकाकरण, साफ सफाई, टीबी रोग रोकथाम, कुपोषण एवं तंबाकू जनित बीमारिया व उनकी जागरूकता शामिल है। कार्यक्रम में महिला अधिकारिता विभाग के विपल्व न्यौला ने बताया कि महिला अधिकारिता विभाग की ओर से अभियान में पूरी सक्रियता से भागीदारी निभाई जाएंगी। कार्यक्रम में जिला माईक्रोबॉयलोजिष्ट डॉ हरीश कौशिक ने अभियान के अंतर्गत मौसमी बीमारियों रोकथाम के लिए की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों से अवगत करवाया। डॉ कौशिक ने बताया कि लंबे समय से भरे पानी के पात्रों को खाली करवाना, पीएचईडी एवं ग्राम पंचायत के माध्यम से साफ सफाई करवाना, पानी में क्लोरीन स्तर की जांच, टीबी रोगियों को नियमित रूप से दवाईया लेने के लिए प्रेरित करना आदि कार्य अभियान के दौरान किए जाएंगे। इस कार्यशाला में जिला रसद अधिकारी सुभाष चौधरी, जिला आईईसी समन्वयक महेश कुमार, समस्त बीसीएमओ, जिले के सीएचसी-पीएचसी प्रभारी मौजूद रहे।