जिला निर्वाचन अधिकारी दिनेश कुमार यादव ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जिले में विधानसभा चुनाव के लिए आंवटित की गई 2633 वी.यू. एवं 2196 सी.यू. मशीनों का 28 जून से 6 जुलाई तक फर्स्ट लेवल चेकिंग (एफएलसी) किया गया था। इस एफएलसी में 10 वी.यू. तथा 17 सी.यू. मशीनों में कमी पाए जाने पर इन्हें वापस बैंगलोर की कम्पनी बीईएल को भिजवा दिए गए है, जहां से यह वापस रिपलेस होकर आएंगी। वे सोमवार को कलेक्टर चैम्बर में प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जिले के राजनीतिक दलों एवं चुनाव से संबंधित अधिकारियों के सामने एफएलसी की गई और जो मशीने सही पाई गई उनको कम्पनी के इंजनियरों द्वारा ओके प्रमाण पत्र जारी किए गए। उन्होंने बताया कि यह मशीने बिल्कूल नई है। अब वीवीपेट मशीनें आने के बाद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के सामने इन मशीनों की वापस चैकिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा इस बार विधानसभा आम चुनाव 2018 में वोटिंग के लिए यूज होने वाली ईवीएम मशीन के साथ जुडऩे वाली वीवीपेट मशीन से मतदाता अपने दिए गए मत को कन्फर्म भी कर सकता है कि उसका वोट उसके दिए गए उम्मीदवार को ही गया है या नहीं। इसके अलावा नाम के साथ इस बार उम्मीदवार की फोटो भी दर्शाई जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान के तौर पर लोगों को समय-समय पर इन मशीनों की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले के ग्राम पंचायतों में भी लोगों को इन मशीनों के उपयोग की जानकारी दी जाएगी। प्रेस वार्ता के दौरान अतिरित जिला कलेक्टर मुन्नीराम बागडिया ने बताया कि इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग द्वारा कई बदलाव किए गए है, ताकि मतदाताओं को सुविधा हो सकें और वे अपने मत का उपयोग सही तरीके से कर सकें। उन्होंने बताया कि मतदाता सूचियों के पुनरिक्षण का कार्य भी किया जा रहा है, जिसमें वोटिंग लिस्ट में नाम जुड़वाने, हटवाने एवं संशोधित करवाने जैसे कार्य किए जाएंगे।