चिकित्साझुंझुनू

झुंझुनू में ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान के अंतर्गत प्रेसवार्ता आयोजित

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 मनुष्य के शरीर में गुर्दो का सबसे बड़ा रोल है। ये हमारे खून को लगातार साफ करते रहते है। इनका फैल्योर मनुष्य की जिंदगी को दाव पर लगा देता है। आज की भागदौड़ और तनाव भरी जिन्दगी में इस तरफ सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है अन्यथा डायलिसिस जैसी कष्टकारी प्रक्रिया से जीवन भर जूझना पड़ सकता है। फिर गुर्दा प्रत्यारोपण के सिवाय कोई चारा नहीं रहता। हालांकि डोनेशन से मिले गुर्दे का प्रत्यारोपण भी अब आसान हो गया है। लेकिन उसके लिए करीबी रिश्तेदार मित्र की सहमति आवश्यक होती है। अब तो अंगदान को लेकर भी अभियान चलायें जा रहे है। ऐसे में आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने लोगों का जीवन आसान किया है। उक्त बाते वरिष्ट यूरोलॉजिस्ट डॉ संदीप गुप्ता ने ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान के तहत आयोजित प्रेस वार्ता में बताई। डॉ संदीप गुप्ता ने बताया कि आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी ने मनुष्य को कई तरह की बीमारियों से घेर लिया है। इनमें गुर्दा फैल्योर एक बड़ी समस्या के रूप में उभर कर आ रहा है। तनाव भी इसका एक बड़ा कारण बन रहा है। ऐसे में हर व्यक्ति को समय-समय पर अपने स्वास्थ्य के लिए शरीर का पूरा चैकअप करवाते रहना चाहिए। साथ ही बताया कि इंसान के शरीर में दो गुर्दे होते है लेकिन कुछ गड़बड़ी हो जाये तो एक गुर्दे के सहारे इंसान सामान्य जीवन जी सकता है। गुर्दा प्रत्यारोपण दो प्रकार से हो सकता है। पहला कोई जीवित व्यक्ति अपने रिश्तेदार को अपना गुर्दा देने को तैयार हो जाये और दोनों का रक्त उत्तक मैच कर जाये। इसके अलावा कई बार किसी हादसे में ब्रेन डेड हो चुके मरीज के अंगदान किये जा सकते है और उसका गुर्दा भी प्रत्यारोपित किया जा सकता है। डॉ गुप्ता ने बताया की गुर्दा प्रत्यारोपण अब कोई बड़़ी बात नही रह गई है। पहले इसके लिए लोगों को राजस्थान से बाहर गुजरात, महाराष्ट्र, चेन्नई सहित आदि स्थानों पर जाना पड़ता था लेकिन अब यह सुविधा राजधानी जयपुर में उपलब्ध हो गई है।
मध्य भारत की पहली रोबेटिक सर्जरी जयपुर में की गई फोर्टिस अस्पताल के सहायक जनरल मैनेजर सचिन सिंह ने बताया कि राजस्थान के लिए ये खुशनसीबी है कि हमारे प्रदेश में अब रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध हो गई है। फोर्टिस अस्पताल इस मामले में मध्य भारत का पहला अस्पताल बन गया है। हाल ही यहां पहली रोबोट एसिस्टेंड ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई है। यह सर्जरी रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम से की गई। जोड़ प्रत्यारोपण के क्षेत्र में यह नवीनतम रोबोटिक इंटरविनेशन है। डॉ. अनूप झुरानी के नेतृत्व में 45 साल की एक महिला की यह सर्जरी की गई। इस तरह आधुनिक चिकित्सा विज्ञान लोगो के जीवन में सुख और सुविधा ला रहा है। इस मौके पर फोर्टिस अस्पताल के असिस्टेंट मैनेजर विजय कुमार ने दोनों चिकित्सकों का परिचय देते हुये सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

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