राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय झुंझुनूं के तत्वावधान में जेके मोदी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय झुंझुनूं में आयोजित ग्रीष्मकालीन अभिरूचि कलां कौशल शिविर का समापन सोमवार को समारोह पूर्वक सम्पन्न हुआ। समापन समारोह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव न्यायाधिश मधु हिसारिया, डाईट प्रधानाचार्य सुभाष महलावत, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा मुकेश कुमार महता, प्रसिद्ध उद्योगपति एवं समाजसेवी शिवकरण जानू, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी रविन्द्र कृष्णियां, गुलझारीलाल जानू तथा स्काउट के पूर्व प्रधान आत्माराम टीबड़ेवाल, प्रधानाचार्य मनीराम मंडीवाल, प्रधानाचार्य सुनीता कृष्णियां, डाईट व्याख्याता राजबाला ढ़ाका, इस्लामपुर प्रधानाचार्य सुमित्रा देवी, सीओ गाइड सुभिता गिल का का आतिथ्य रहा।
सीओ स्काउट महेश कालावत ने बताया कि इस अवसर पर डाइट प्रधानाचार्य सुभाष महलावत ने कहा कि सभी विद्यार्थियों ने सही मायने में ग्रीष्म अवकाश का सद्पयोग किया है। यहां जो सिखा है वह आपके भविष्य के जीवन के लिये सार्थक सिद्ध होगा। उन्होंने यहां सिखाये गये हुनर व कौशल की भूरी-भरी प्रशंसा भी की। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुये समाज सेवी एवं उद्योगपति शिवकरण जानू ने स्वयं के बचपन के दिनों की स्काउटिंग की याद ताजा करते हुये कहा कि यहां सीखा गया कौशल आप युवाओं को स्वावलम्बन की और ले जायेगा। सिखे गये कौशल की बदोलत आप आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पूर्णकालिक सचिव मधु हिसारिया ने अभिरूचि कलां कौशल की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुये कहा कि स्काउटिंग गाइडिंग युवाओं को देश के लिये सुनागरिकता का पाठ पढ़ाती है। यहां बालिकों एवं महिलाओं की भारी तादाद को देखकर श्रीमती हिसारियां ने प्रशंता व्यक्त करते हुये महिला सशक्तिकरण के बारे में अपने विचार रखे एवं सभी को प्रोत्साहित करते हुये विभिन्न प्रकार की कानूनी जानकारी भी प्रदान की। ए.डी.ओ. गुलझारी लाल जानू ने कहा कि शिविर ने उद्देश्यों की पूर्ति करते हुये बालक-बालिकाओं को आत्म निर्भर बनाने में मदद की है। शिविर को प्रधानाचार्य मनीराम मंडीवाल व प्रधानाचार्या राजबाला ढ़ाका, आत्माराम टीबड़ेवाल, सुमित्रा झाझड़िया ने भी सम्बोधित किया तथा यहां सिखे गये कौशल को जीवन में उतारने के लिये प्रेरित किया। इस अवसर पर सीओ गाइड सुभिता गिल ने शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुये बताया कि शिविर में प्रतिदिन उपयोगी गतिविधियों के साथ-साथ विभिन्न दिवसों का भी आयोजन किया गया तथा राज्य स्तर के अधिकारी, जिला स्तर के अधिकारियों ने शिविर का विजिट किया एवं यहां सिखाये जा रहे कार्य की सराहना की। शिविर में 50 महिलाओं सहित 670 छात्र-छात्राएं, स्काउट गाइड एवं रोवर रेजर ने सहभागिता की।
सीओ गाइड सुभिता गिल ने बताया कि समापन समारोह के दौरान शिविर के छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। वैष्णवी जोशी ने धरती धोरा री ………… गाने पर अपनी भाव भगिमाओं से सबको झुमने के लिये मजबूर किया तो अन्य बाल कलाकारों ने भी अपने नृत्य की ताल पर सबको झुमने पर मजबूर कर दिया। गीत संगीत कौशल के कलाकारों ने धरती सुनहरी, अम्बर नीला गीत प्रस्तुत कर खूब वाहवाही बटोरी। सी.ओ. स्काउट महेश कालावत ने बताया कि समापन समारोह में शिविर के दौरान सर्वाधिक उपस्थित, अनुशासन, समय पाबन्दी, आयोजित गतिविधियों में भाग लेने वाले, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 200 छात्र-छात्राओं को पारितोषिक स्मृति चिन्ह् व प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये वहीं सभी छात्र-छात्राओं को शिविर की सहभागिता का प्रमाण पत्र दिये गये।
फिल मिलेंगे के साथ ली विदाई:- सीओ गाइड गिल ने बताया कि शिविर समापन के बाद छात्र-छात्राएं घर जाने का नाम नही ले रहे थे तथा काफी देर तक एक दूसरे से मिलते रहे। आंखो में आंसू लिये बिलखते रहे। बड़ी मुश्किल से शिविर के प्रशिक्षकों ने समझाईश कर छात्र-छात्राओं को घर भेजा। फिर मिलेंगे के साथ बच्चों ने विदाई ली। शिविर 11 मई से शुरू हुआ था जो कि 18 जून तक चला। इस दौरान शिविर में ताराचंद यादव, संगीता शर्मा, चंद्र शेखर, रमेश कुमार, मुकेश कुमार, सुमन देवी, पूनम, संगीता खीचड़, रूबान बानो, नसरीन, राजेन्द्र कुमार, लक्ष्मण सिंह, विकास गुर्जर, सोनिया, निखिल, दिलीप सिंह, रघुवीर सिंह, जसंवत मीणा, बनारसी पूनियां, प्रताप सिंह, नविता, विजय गर्वा, बिहारीलाल खारिया, सौरभ केडिया आदि ने कम्प्यूटर, सिलाई, ब्यूटी पार्लर, मेहन्दी, पेन्टिंग, फोटो फ्रेम, साज सज्जा, साॅफ्ट टाॅयज, नृत्य, स्पोकन इंग्लिश, गीत-संगीत, वाद्य यंत्र आदि का प्रशिक्षण पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया। शिविर की व्यवस्थाओं में रोवर रेंजर का विशेष योगदान रहा।