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एनएचएम और विश फाउंडेशन के बीच 100 स्वास्थ्य केन्द्रों के नेशनल क्वालिटी सर्टिफिकेशन के लिए हुआ एमओयू

चिकित्सा मंत्री ने जताया विश्वास, ‘स्वास्थ्य सेवाओं में होगा सुधार’

जयपुर, प्रदेश के राजकीय चिकित्सालयों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के अनुसार आवश्यक सुविधाओं और सेवाओं में सुधार के उद्धेश्य से एनएचएम राजस्थान और तकनीकी पार्टनर संस्थान ‘विश’ फाउंडेशन के बीच शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन में एमओयू किया गया है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादी लाल मीना ने तीन साल की अवधि वाले इस एमओयू पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने विश्वास जताया है कि इस एमओयू के होने से प्रदेश के 100 स्वास्थ्य केन्द्रों पर राष्ट्रीय मानकों के अनुसार उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं और संसाधनों के समुचित उपयोग में आवश्यक सुधार लाए जाएंगे।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रमों में शामिल मापदंड़ों के अनुसार राजकीय स्वास्थ्य केन्द्रों की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं तथा सुविधाओं में और अधिक सुधार लाकर आमजन को सुलभ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवायी जाएगी। उन्होंने बताया कि इन कार्यक्रमों के तहत विभिन्न स्तरों पर कुशल मॉनीटर्स द्वारा स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण किया जाता है और मानीटरिंग अनुसार प्रत्येक सेवा के लिए अंक दिये जाते है जिनके आधार पर विेजेता स्वास्थ्य संस्थानों को तीन वर्षीय प्रमाण पत्र तथा प्रोत्साहन स्वरूप वित्तीय राशि प्रदान की जाती है।

शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री आशुतोष एटी पेडणेकर की उपस्थिति में मिशन निदेशक एनएचएम एवं संयुक्त सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी ने एवं विश फाउण्डेशन की ओर से मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राजेश रंजन सिंह ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर स्टेट नोडल अधिकारी क्वालिटी एश्योरेंस डॉ. महेश सचदेवा एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

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