झुंझुनूं में मूंग खरीद में हो रही धांधली व भ्रष्टाचार के जांच की मांग
अखिल भारतीय किसान महासभा ने कृषि मंडी झुंझुनूं में मूंग खरीद में हो रही धांधली व भ्रष्टाचार की जांच कर करवाई की मंाग लेकर को शनिवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मित्तल टे्र्रडिंग कम्पनी फर्म के संतोष कुमार ने महाराष्ट्र व नागौर से चार मूंग ट्रोले झुंझुनूं मंडी में मंगवाये है जिनका मंडी प्रवेशपत्र भी कटा हुआ है। इन मूंगो को इसने दुसरी दुकानो में खाली करवाया है। संतोष कुमार ने हेतमसर व बुगाला के काफी किसानों के नाम से मूंग बेचने के फर्जी पंजीकरण करवा रखे है और अधिकारियों से मिलीभगत कर समर्थन मूल्य की दर पर महाराष्ट्र से लाये हुए मूंग मंडी में बेच रहा है। इसी प्रकार राजेन्द्र प्रसाद ने भारू, आबूसर व अणगासर के काफी किसानों के नाम से मंूग बेचने के फर्जी पंजीकरण करवा रखे है और अधिकारियों से मिलीभगत कर समर्थन मृल्य की दर से मंूग मंडी में बेचा जा रहा है। अखिल भारतीय किसान महासभा के सदस्यो ने बताया की झुंझुनूं मण्डी के अधिकारी व कर्मचारी सब इस तरह के व्यापारियो से मिले हुए है जो 100 रूपये प्रति विक्ंटल के लेकर इनको प्रवेशपत्र जारी करते है तथा सैंपल पास करने व मंूग की तुलाई करने वाले अधिकारी व कर्मचारी 300 रूपये प्रति क्विंटल के लेकर इनके मंूग रोज तुलवाई कर रहे है और सरकार को करोड़ो का चुना लगा रहे है। साथ ही बताया की 27 व 28 अक्टूबर को छुट्टी के दिन भी झुंझुनूं मंडी में करीब 1000 क्विंटल मंूग की तुलाई हुई ये लोग इसका रिकॉर्ड अलग-अलग तिथि में चढ़ायेंगे। झुंझुनूं मंडी के ही व्यापारी व कई अन्य लोगो ने अपने-अपने क्षेत्र के जानकार किसानो के कागजात लेकर वहां के पटवारियों से मिलीभगत कर रखी है। जिस किसान ने एक हैक्टर में मूंग की खेती की थी उसकी गिरदावरी में ये लोग पांच-छ: हैक्टर में मंूग की खेती की रिर्पोट पटवारी से बनवा रहे है और इसी तरह से इन्होने करीब 2000 फर्जी पंजीकरण करवा रखे है। किसान सभा ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उचित करवाई की मंाग की है।