पुराने बस स्टेण्ड को स्थानानांतरित मामले में दो पक्ष हो जाने पर मामला प्रशासन के लिए सर दर्द बन गया है। एक पक्ष चाहता है कि पुराने बस स्टेण्ड को पंचदेव मंदिर पर स्थानांतिरित किया जायें। जबकी दुसरापक्ष स्टेण्ड को स्थानांतरित करने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुये शनिवार को पुराने बस स्टेण्ड पर निजी दुकानों व रेहडिय़ों को बंद कर विरोध जताया था। साथ ही निजी बसों के संचालकों और व्यापारियों ने विरोध जताया था तथा सांसद संतोष अहलावत को ज्ञापन भी सौंपा था। मामले में दो पक्षो में बढ़ते तनाव को देख सोमवार को जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव, आयुक्त विनयपाल सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों ने जगह का जायजा लिया।
पहले पक्ष के समर्थन में युवा विकास संघर्ष समिति ने सोमवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि शहर में पुराना बस स्टेण्ड शहर के निवासियों एवं दुकानदारों के लिए बड़ी भारी समस्या बन गई है। इस समस्या के समाधान के लिए समय-समय पर नागरिकों एवं दुकानदारों की ओर से प्रशासन से प्रार्थना की गई। अभी कुछ रोज पहले प्रशासन ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों की एक आवश्यक बैठक का आयोजन कर शहर की मुख्य समस्याओं पर चर्चा करते हुए कुछ अहम फैसले लिए जिसमें पुराना बस स्टेण्ड को प्रस्तावित बस स्टेण्ड पंचदेव मन्दिर के पास शिफ्ट करने का भी लिया गया। उक्त प्रस्ताव के अनुसार पुराना बस स्टेण्ड 15 अप्रैल को पंचदेव मन्दिर के पास शिफ्ट होना था। लेकिन आज दिनांक तक उसे शिफ्ट नहीं किया गया है। ज्ञापन में मांग की गई की यदि यह प्राईवेट बस स्टेण्ड पंचदेव मन्दिर के पास शिफ्ट हो जाता है तो पुराने शहर के अवरूद्ध विकास को गति मिलेगी और इस क्षेत्र में व्यापार की सम्भावनाऐं बढ़ेगी। उक्त मार्ग पर इन्दू अस्पताल, केडिया हॉस्पिटल एवं दो विद्यालय आदि स्थित है। इधर से जाने वाली सभी बसों में प्रेशर हॉर्न लगे हुए है जो बिना किसी कारण के हॉर्न बजाते जाते है, जिससे मरीजों, राहीगरों एवं छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी होती है। खेमी सती मार्ग पर किसी भी प्रकार का कोई अतिक्रमण नहीं है। पुराने राजस्व रिकार्ड के अनुसार यह मार्ग लगभग 20 से 22 फुट चौड़ा ही है। उक्त मार्ग पर बसने वाले परिवार बस स्टेण्ड बनने से पूर्व के ही आबाद है। समस्या के तहत बस युनियन के द्वारा दी गई दलीले बिल्कुल निराधार है। उनका यह कहना की प्रस्तावित बस स्टेण्ड पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, यह पूर्णरूप से गलत है। प्रस्तावित बस स्टेण्ड पर छाया के लिए टीन शैड, पीने के पानी की सुविधा, शुलभ शौचालय आदि का निर्माण नगर परिषद् की ओर से करवाया चुका है एवं वर्तमान में भी रैन बसेरा का निर्माण करवाया जा रहा है। अत: बस स्टेण्ड को शीघ्र ही पंचदेव मंदिर के पास शिफ्ट किया जायें।
वहीं दूसरे पक्ष के लोगों ने बताया कि पंचदेव के पास बनायें गये स्टेण्ड पर बसें रूकने से यात्रियों की समस्या बढ़ जायेगी। शहर में आने जाने के लिये ऑटो रिक्शा का सहारा लेना पड़ेगा। साथ ही बताया की बरसात का पानी पंचदेव पर एकत्रित होने से यात्रियों को काफी पेरशानी का सामना करना पड़ेगा।