बेचने की फिराक में था गिरोह, पुलिस और हेल्पलाइन टीम ने किया रेस्क्यू
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] हनुमानगढ़ से चंडीगढ़ घूमने निकली दो नाबालिग बहनों को ट्रेन में नशीला केक खिलाकर मानव तस्कर चूरू के काकलासर गांव ले आए। उनकी बात सुनकर उनको किसी अनहोनी की आशंका हुई तो एक नाबालिग ने पेट दर्द का बहाना बनाकर दवाई दिलाने की बात कही। इस पर गिरोह के लोग उन्हें गांव के मेडिकल स्टोर पर ले गए। नाबालिग ने मोबाइल पर मदद मांगने का मैसेज मेडिकल स्टोर संचालक को दिखाया। इसके बाद स्टोर संचालक की सूचना पर पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने दोनों बहनों को रेस्क्यू किया। इस दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपी फरार हो गए।
चाइल्ड हेल्पलाइन के डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर पन्ने सिंह ने बताया- काउंसलिंग में नाबालिगों ने बताया कि वे हनुमानगढ़ एक कॉलोनी की रहने वाली हैं। उनके माता-पिता का तलाक हो चुका है। वे अपनी मां के साथ रहती हैं। सोमवार सुबह 10 बजे दोनों बहन ट्रेन से अमृतसर घूमने के लिए हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंची। स्टेशन पर उनकी परिचित अन्नू मिली, जिसने कहा कि वह भी अमृतसर जा रही है। तीनों ट्रेन में बैठ गई। ट्रेन में उनकी मुलाकात शारदा आंटी से हुई। जिन्होंने मना करने के बाद भी केक खिलाया, जिससे दोनों बहन बेहोश हो गई। उसके बाद जब उनको होश आया तो वे चूरू जिले के काकलासर गांव में थी। बातचीत से पता चला कि शारदा आंटी के साथ निर्मला, सतपाल, पप्पू और अन्य महिला थी। इसके अलावा अन्नू भी वहां मौजूद थी। वे दोनों बहनों को बेचने की बात कर रहे थे।चाइल्ड हेल्पलाइन की काउंसलर वर्षा कंवर ने बताया- काउंसलिंग में सामने आया की गिरोह के लोगों की बात सुनकर छोटी बहन ने पेट दर्द का बहाना कर बेहोश होने का नाटक किया। इसके बाद ढाणी में मौजूद लोग दोनों बहनों को मेडिकल स्टोर पर लेकर गए। जहां छोटी बहन ने झूठ बोलते हुए कहा कि मेरे हार्ट में छेद है। इसका इंजेक्शन केवल जयपुर में मिलता है। इसी दौरान छोटी बहन ने मोबाइल पर दवाई दिखाने के बहाने मेडिकल स्टोर संचालक को मदद करने का मैसेज दिखाया। इसके बाद स्टोर संचालक ने कुछ देर उन लोगों को मेडिकल स्टोर पर ही रोके रखा।
खतरे को भांपते हुए स्टोर संचालक ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम और चाइल्ड हेल्पलाइन टीम को सूचना दी। जिसके बाद भालेरी पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन टीम मौके पर पहुंची। इधर-उधर तलाश के बाद दोनों नाबालिग बहनों को रेसक्यू कर भालेरी थाने लाया गया। जहां से चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने उन्हें सखी सेंटर पहुंचाया। मंगलवार को दोनों मेडिकल मुआयना कर काउसंलिंग की गई तो सामने आया कि मानव तस्कर दोनों को बेचने की फिराक में थे। गांव में जैसे ही पुलिस की गाड़ी पहुंचे आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।नाबालिग बहनों ने बताया कि हनुमानगढ़ से ट्रेन में बैठने पर उनके मौहल्ले में रहने वाली शारदा आंटी ने ट्रेन में केक काटकर अपने बच्चों का जन्मदिन मनाया था। जिसने उनको केक दिया, जिसको खाने से दोनों बहनों ने मना कर दिया, लेकिन दोनों के साथ में आई अनू ने कहा कि सभी लोग खा रहे हैं। इसलिए तुम भी खालो। केक खाने के बाद दोनों बहने बेहोश हो गई। इसके बाद गांव काकलासर की एक ढाणी में होश आया। दोनों बहनों ने बताया कि उनके माता-पिता का तलाक हो चुका है। वह तीन भाई बहन हैं, जो अपनी मां के साथ रहते हैं। उनके पिता अलग दूसरी कॉलोनी में रहते हैं। एक नाबालिग की उम्र 17 वर्ष और दूसरी की उम्र 13 वर्ष है। बड़ी 10वीं क्लास और छोटी 7 क्लास में है।एसपी जय यादव ने बताया- रात को सूचना मिलने पर भालेरी पुलिस और हेल्पलाइन टीम ने दोनों बहनों को काकलासर गांव से रेस्क्यू किया। पुलिस दोनों को लेकर रात करीब 2 बजे चूरू पहुंची। भालेरी पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। दोनों नाबालिग बहनों के बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।