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Video News – अरे…. सरकार यह कैसा भ्रष्टाचार : बच्चों के निवाले पर डाला जा रहा डाका, मिड डे मील में गड़बड़झाला

उपखंड मुख्यालय पर ही पोषाहार में जमकर धांधली

मीनू के अनुसार नहीं दिया जा रहा पोषाहार, सप्ताह में 2 दिन परोसा जा रहा है दलिया

अनेक बच्चे तो चखते तक नहीं है पोषाहार

दांतारामगढ़, [लिखा सिंह सैनी ] एक तरफ सरकार आमजन को राहत देने का प्रयास कर रही और बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण खाना व पोस्टिक दूध तक की व्यवस्था सरकार ने की है। लेकिन पोषाहार परोसने वाले बच्चों के पोषाहार पर ही डाका डाल रहे हैं। दांतारामगढ़ उपखंड मुख्यालय पर ही ऐसे हालात है कि बच्चों को सप्ताह में 2 दिन बिना मीनू के ही दलिया परोसा जाता है वहीं अन्य दिनों में भी मीनू के अनुसार पोषाहार नहीं मिल रहा है। दांतारामगढ़ उपखंड मुख्यालय पर अधिकारियों की नाक के नीचे ही सरकारी स्कूल के बच्चों के पोषाहार में जमकर धांधली की जा रही है। पूरे सप्ताह मीनू में दलिया कहीं भी नहीं है लेकिन उसके बावजूद सप्ताह में 2 दिन बच्चों को दलिया खिलाया गया। बच्चे पोषाहार ठीक नहीं आने की शिकायत कर रहे हैं। जिसमें कई तो मन मार कर खा रहे हैं तो कई बच्चे तो पोषाहार चखते तक नहीं। शनिवार को रोटी सब्जी एवं दाल की जगह है सप्ताह में दूसरी बार दलिया परोसा गया तो इसकी शिकायत बच्चों ने की। इसके बाद पता किया गया तो तथ्य चौंकाने वाले निकले। सरकार की ओर से जारी मीनू में दलिया देने का प्रावधान कहीं नहीं है। इसके बावजूद बच्चों को गेहूं का दलिया दिया जा रहा है। दांतारामगढ़ उपखंड मुख्यालय की करीब आधा दर्जन सरकारी विद्यालयों में सरकार की ओर से दिया जा रहा पोषाहार का जिम्मा अन्नपूर्णा समिति को दे रखा है । किसी भी विद्यालय में पोषाहार नहीं बनाया जाता।जबकि सभी विद्यालयों में अन्नपूर्णा समिति पोषाहार तैयार करके भेजती है। बच्चों को पूछने पर बताया कि उन्हें सप्ताह में दो बार दलिया दिया गया है और दो बार खिचड़ी तथा दो बार ही दाल रोटी परोसी गई है।
बच्चों ने यह भी बताया कि पूरे सप्ताह में एक बार भी फल नहीं दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले सत्र में भी यही स्थिति थी।कभी-कभी महीने में एक बार फल दिए जाते थे। इसकी शिकायत उन्होंने संबंधित अध्यापकों से भी की लेकिन उसके बावजूद इस सत्र में भी वही स्थिति बनी हुई है। राजकीय संस्कृत प्राथमिक विद्यालय में भी बच्चों ने पोषाहार में दलिया देने की बात कही।

  • 25% पोषाहार भी नहीं खाते बच्चे

दांतारामगढ़ महात्मा गांधी स्कूल में बच्चों के पोषाहार खाने के बाद देखा गया तो खूब सारा दलिया बचा हुआ पड़ा था। इस पर अध्यापकों ने कहा कि यहां 25% पोषाहार भी नहीं खाया जाता है।

  • दूध भी नहीं पीते बच्चे

दांतारामगढ़, राजकीय महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल के अध्यापकों ने बताया कि सुबह दूध भी अन्नपूर्णा समिति की ओर से दिया जाता है। लेकिन अधिकांश से बच्चे दूध अच्छा नहीं बता कर पीते ही नहीं है।

बचाव करती नजर आई प्रधानाचार्य दांतारामगढ़ पोषाहार के मामले में जहां दोनों विद्यालयों के पोषाहार प्रभारी ने पोषाहार मीनू अनुसार नहीं आने की बात कही वही राजकीय सीनियर विद्यालय की प्रधानाचार्य अलका ढाका तो समिति का बचाव करती नजर आई। उन्होंने बताया कि पोषाहार मीनू के अनुसार ही आता है,कभी कभार बरसात या अन्य कारणों से दलिया दिया जाता है। फल एवं मीनू अनुसार खाना नहीं देने की शिकायत पर उन्होंने कहा कि पोषाहार प्रभारी ने बताया है मैं उनसे बात करूंगी।

इनका कहना है
दांतारामगढ़ की राजकीय सीनियर विद्यालय में बच्चों को पोषाहार देने का टेंडर अन्नपूर्णा समिति को दे रखा है। जो बच्चों को मीनू अनुसार पोषाहार नहीं देते हैं। जबकि दलिया मींनू में नहीं होने के बावजूद सप्ताह में दो बार दिया गया है।

जगन सिंह, पोषाहार प्रभारी राजकीय सीनियर विद्यालय, दांतारामगढ़

सप्ताह में दूसरी बार आज शनिवार को रोटी सब्जी एवं दाल की जगह है दलिया आया है। इसी प्रकार पूरे सप्ताह मीनू के अनुसार पोषाहार नहीं दिया जा रहा है। गोविंदराम,
पोषाहार प्रभारी राजकीय महात्मा गांधी स्कूल दांतारामगढ़

यह है मीनू
सरकार की ओर से पोषाहार के लिए जारी मीनू में सोमवार को रोटी सब्जी एवं दाल, मंगलवार को चावल एवं दाल या सब्जी, बुधवार को दाल रोटी, गुरुवार को दाल चावल एवं सब्जी युक्त खिचड़ी, शुक्रवार को दाल रोटी एवं शनिवार को रोटी सब्जी एवं दाल देने का प्रावधान है। इसी के साथ सप्ताह में एक दिन मौसमी फल देने होते हैं।

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