पुरातन विरासत के संरक्षण के लिए युवाओं ने लिया संकल्प
सीकर, युवा वर्ग की पहल पर कोलीड़ा में दौलाणा बीड़ स्थित पकौड़ा जोहड़ा की सफाई का कार्य का शुरू किया गया है। इस प्राचीन विरासत के संरक्षण के लिए युवाओं ने प्रतिदिन दो घंटे श्रमदान करने का संकल्प लिया है। सैंकड़ों साल पुराने पकौड़ा जोहड़ा में बरसात के पानी के साथ बह कर आई मिट्टी जमा हो गई है। साथ ही खरपतवार उग आने से इसकी उपयोगिता पर संकट मंडराने लगा है। जल संरक्षण के साथ-साथ अपनी विरासत को बचाने लिए लिए युवाओं ने सफाई अभियान के माध्यम से अपनी रचनात्मक भागीदारी निभाने का संकल्प लिया है। उनका कहना है कि जोहड़ की सफाई के वक्त लॉकडाउन के नियमों का पालन किया जा रहा है। सरकार के निर्देशानुसार सभी के लिए मास्क लगाना आवश्यक है। सभी लोग सोशियल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए श्रमदान कर रहे हैं। उनका कहना है कि जोहड़े की सफाई के लिए प्रतिदिन शुबह छह बजे से आठ बजे तक श्रमदान किया जाएगा। श्रमदान करने वालों ने जोहड़े में उगी खरपतवार को हटाया। वहीं इसके तल में जमा मिट्टी को परात फावड़ों की सहायता से बाहर निकालने का र्काय किया। युवाओं का कहना है कि जोहड़े की सम्पूर्ण साफ-सफाई होने तक श्रमदान का कार्य निरंतर जारी रहेगा। सफाई के बाद जोहड़े की मरम्मत करवाये जाने की योजना है। स्काउट मास्टर अलिताब धोबी, कोलीड़ा लोक कल्याण समिति के मनोज ढूकिया, प्रकाश मील, स्काऊट मास्टर इरशाद मुगल, मोहनलाल जांगिड़, नेहरू युवा संस्थान सचिव बीएल मील, राकेश जांगिड़, डॉक्टर बी आर अंबेडकर विकास समिति कोलीड़ा के पवन डमोलिया, मनोहरलाल मीणा, संदीप डमोलिया,राजेश डमोलिया,सचिन जांगिड़,मूलचंद मील, स्काऊट इमरान मुगल, आदिल मुगल, सौरभ जांगिड़ आदि ने सफाई अभियान में श्रमदान किया।