झुंझुनूपरेशानी

मलसीसर कस्बे के पास बना राजस्थान की कुंभाराम आर्य लिफ्ट परियोजना का डेम टूटने के बाद बचाव कार्य जारी

 जिले के मलसीसर कस्बे के पास बना राजस्थान की कुंभाराम आर्य लिफ्ट परियोजना का डेम शनिवार दोपहर को टूट गया था जिसको लेकर रविवार को भी रेस्क्यू अभियान जारी रहा। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर को डेम टूट जाने के कारण करोड़ो लीटर पानी खेतों, मलसीसर व आस-पास के कस्बों में फैल गया जिसे निकालने के प्रयास रविवार देर शाम तक भी जारी रहे। शनिवार रात को डेम के पानी को मिट्टी के कट्टे लगाकर रोकने का प्रयास किया जो रविवार सुबह तक जारी रहा जिसे दो मीटर तक पानी को डेम में रोक दिया गया है। वहीं दूसरी ओर कंकड़ेऊ सडक़ पर फैले हुए पानी को जेसीबी की सहायता खेतों में निकालने का प्रयास किया जा रहा था। वहीं शनिवार को फंसे हुये लोगों को रेस्क्यू की टीम ने देर शाम तक बाहर निकाला। समाचार लिखे जाने तक टीम का अभियान जारी था।
टीब्बों को काटकर पानी को निकालने का प्रसास जारी जानकारी के अनुसार प्रशासन की ओर से पानी को टीब्बों को काटकर खेतों में निकालने का प्रसास किया जा रहा है। रेस्क्यू टीम जेसीबी की सहायता से टीब्बों को काटकर पानी को खेतों में निकालने का प्रयास कर रही है जो रविवार देर शाम तक जारी थे।
बिजली आपूर्ति रविवार को भी बंद शनिवार को डेम टूट जाने के कारण 132 जीएसएस व 133 जीएसएस की दीवारें टूट गयी व बिजली के खंभे भी टूट गए। वहीं बिजली विभाग में पानी भर जाने के कारण मलसीसर कस्बे के विद्युत आपूर्ति बंद हो गयी जो की रविवार को भी बहाल नहीं हो सकी है। वहीं सूत्रों की माने तो अगले 2-3 तीन तक विद्युत आपूर्ति प्रभावित रह सकती है।
राजगढ़-हिसार रोड़ का टूटा हुआ है सम्पर्क डेम टूट जाने के कारण झुंझुनूं से राजगढ़ व हिसार रोड़ का कनेक्शन टूट गया है। जिससे वहां आने-जाने वाले राहगिरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस रोड़ पर वाहनों का आवागमन भी बंद कर दिया गया है जो कि रविवार को भी सूचारू नहीं हो पाया है। जिसके कारण मलसीसर के लोग झुंझुनूं व राजगढ़ नहीं आ पा रहे है उन्हें कस्बे में ही कैद रहकर मजबुर होना पड़ रहा है।
घरों में अभी भी पानी बरकरार डेम टूट जाने के कारण पानी मलसीसर कस्बे के लगभग 70-80 घरों में पानी घुस गया था। जो रविवार को भी खाली नहीं हो पाया। लोगों ने बताया कि जो पानी शनिवार को 6-7 फीट तक था वह रविवार को भी 3-4 फीट रहा। वहीं घरों में पानी भर जाने के कारण लोगों के खाने-पीने की वस्तु, कपड़े व अन्य जरूरी सामान बह गया। वहीं लोगों ने खाना भी दूसरी जगह ही बनाकर खाया।
प्रशासन नाकाम डेम के पानी को निकालने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। प्रशासन पानी को जगह-जगह जेसीबी की सहायता से खड्डे खोदकर व टीब्बों को हटाकर निकालने का प्रयास कर रहा है जो कि इतना कारगार साबित नहीं हो पा रहा है। वहीं घरों के पानी को छोडक़र प्रशासन सडक़ व गांवों में भरे हुये पानी को निकालने का प्रयास कर रहा है जिसके कारण घरों में मौजुद लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई सुविधा लोगों को उपलब्ध नहीं करवाई गयी है। लोगों को अपने परिचितों व अन्य घरों में ही शरण लेनी पड़ी है।
तीन को किया सस्पेंड जिला कलेक्टर दिनेशकुमार यादव ने बताया कि इस मामले में दो एक्सईएन को सस्पैंड किया गया है तथा एक एक्सईएन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने का फैसला लिया गया है। ये तीन एक्सईएन वो हैं जिन्होंने विभाग को रिपोर्ट दी थी कि सुरक्षा के लिहाज से बांध पूर्णतया सुरक्षित है। इनमें से दो एक्सईएन दिलीप तारंग तथा हरपालसिंह नेहरा को सस्पैंड कर दिया गया है जबकि तीसरे एक्सईएन नरसिंह दत्त के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
चीफ इंजीनियर्स की कमेटी करेगी बांध टूटने के मामले की जांच झुंझुनूं में कुंभाराम आर्य लिफ्ट परियोजना का बांध टूटने के मामले की जांच के लिए तीन चीफ इंजीनियर्स की कमेटी का गठन किया गया है, कमेटी जांच कर जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी। टीम में डीएम जैन जयपुर, महेश करल नागौर तथा सीएन चौहान जयपुर ग्रामीण को शामिल किया गया है। जिला कलेक्टर दिनेश यादव ने बताया कि कंपनी को नोटिस जारी कर बांध को फिर से सही कर पानी सप्लाई के लिए तैयार करने के आदेश दिए जा रहे हैं ताकि परियोजना से लाभ लेने वाले इलाकों को ज्यादा दिन इंतजार ना करना पड़े। साथ ही साथ इस कंपनी को तीन साल के लिए राजस्थान से डी बार करने का निर्णय भी लिया गया। इसके अलावा पूरे प्रोजेक्ट की एक बार फिर बारीकी से जांच करने के लिए विशेषज्ञों की टीम भी बुलाई गई है। विशेषज्ञों के रिपोर्ट देने के बाद ही यह प्रोजेक्ट चालू होगा। हालात का जायजा लेने के लिए सांसद संतोष अहलावत व प्रधान गिरधारीलाल खीचड़ भी मलसीसर पहुंचे। सांसद ने प्रभावितों को सरकारी मदद दिलाने का आश्वासन देते हुए कहा है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए वे सरकार से बात करेंगी।

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