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मन का निश्चय ही हार को जीत में बदल सकता है- कटारिया

गृह एवं न्याय, गृहरक्षा एवं नागरिक सुरक्षा, जेल आपदा प्रबन्धन एवं सहायता मंत्री गुलाब चन्द कटारिया ने कहा है कि शिक्षक वह  व्यक्ति है जो योग्यता का सही प्रयोग कर  व्यक्तित्व का निर्माण करता है। शिक्षा का मन्दिर जीवन के नव निर्माण का केन्द्र हैं। समाज को बनाने में गुरू का बड़ा महत्व है। यह उद्गार गृहमंत्री गुलाब चन्द कटारिया ने रविवार को सी.एल.सी. में विजयोत्सव कार्यक्रम में व्यक्त किए। समारोह में गृहमंत्री कटारिया ने कहा कि सी.एल.सी. शिक्षण संस्थान में शहीद के आश्रित बच्चों को अध्ययन करवाया जाता है उसके लिए उन्होंने संस्थान को धन्यवाद दिया । उन्होंने कहा कि शेखावटी की धरती शहीदों को पैदा करने वाली उपजाऊ भूमि है। शहीदों ने देश के लिए बलिदान दिया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। हमें आर्थिक दृष्टि से कमजोर बच्चों को निखारकर तराशने का कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हार-जीत के बीच में व्यक्ति के मन का निश्चय ही हार को जीत में बदल सकता है। छात्र मन लगाकर अध्ययन करेंगे तो सफलता उनके कदम चूमेगी। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि आपने अभावों में जीकर अपने नवहालों का जीवन संवारने में कोई कसर नहीं रखी है, आज आपकी बदोलत ही बच्चे डाक्टर, इंजीनियर एवं अन्य क्षेत्रों में जाकर देश -प्रदेश एवं आपके मान-सम्मान को ऊँचाइयों पर ले जाने का कार्य कर रहे है। गृहमंत्री ने कहा कि बचपन शिक्षा का मूल आधार है। उन्होंने  छात्र-छात्राओं का आव्हान किया कि अपने सपनों को साकार स्वरूप प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत, परिश्रम कर  अपने लक्ष्य के पथ पर सदैव आगे बढ़ते रहे। उन्होंने कहा कि सी.एल.सी संस्थान में छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ  हनुमान चालीसा का नित्यपाठ करवाया जाता है जो उन्हे आध्यात्मिकता देकर सम्बल प्रदान करता है।  विशिष्ट अतिथि सीकर सांसद सुमेधानन्द सरस्वती ने इस अवसर पर कहा कि प्रत्येक छात्र अपने जीवन में एक आदर्श को मानकर चलेंगे तो उन्हें कार्य क्षेत्र में सफलता अवश्य प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि असफलता से निराश नहीं होवें, कड़ी मेहनत ही सफलता की असली पूंजी है। पढ़ाई में मेहनत करना व परिश्रम करना जरूरी है। छात्र पढ़-लिखकर समाज सेवा का भाव अपने मन में रखें। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि वे अध्ययन में साधना का भाव रख कर पुरूषार्थ का जीवन बनाने का कार्य करेंगे तो अपने लक्ष्य को हासिल कर सकेंगे।  राज्य सभा सांसद मदन लाल सैनी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा वह माध्यम है जिसे हासिल करने से बच्चों का भविष्य निर्माण होता है। उन्होंने छात्रों से समयबद्ध योजना बनाकर अध्ययन करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि केवल डिग्री हासिल करना ही शिक्षा प्राप्ति नहीं है। शिक्षा के साथ-साथ जीवन में समाज सेवा को भी सर्वोपरि मान कर चलना चाहिए। छात्र-छात्राएं राष्ट्र के नवनिर्माण में भी अपना योगदान देकर देश-प्रदेश व परिवार का नाम रोशन करें। विशिष्ट अतिथि सीकर विधायक रतन लाल जलधारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा वह माध्यम है जिसे प्राप्त कर छात्र-छात्राओं का भविष्य का निर्माण होता है। सीकर आज शिक्षा का हब बन चुका है। गांव-ढ़ाणियों के बच्चे सीकर में अध्ययन कर नई ऊँचाइयों को छू रहे है, जो हम सभी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को तन-मन से अध्ययन कर पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों में भी अपनी भागीदारी निभाने को कहा।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गृहमंत्री गुलाब चन्द कटारिया, विशिष्ट अतिथियों ने नीट के माध्यम से चयनित 510, जेईई के माध्यम से चयनित 225, एम्स के माध्यम से  चयनित 56 सीएलसीयंस के छात्र-छात्राओं, परिवारजनों को सम्मान स्वरूप साफा, चूनडी, प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया। सी.एल.सी. के चेयरमेन श्रवण चौधरी ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत कर स्वागत सम्बोधन दिया, इससे पूर्व अतिथियों का माल्यार्पण, प्रतिक चिन्ह भेंट कर स्वागत सम्मान किया गया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक विनित कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश, यू. आई.टी. चेयरमेन हरिराम रणवां, बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य शिवपाल ख्यालिया, एएसपी डॉ. तेजपाल सिंह, अनिता शर्मा, महेश शर्मा, गणमान्य नागरिक, सीएलसी के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संचालन औंकार सिंह ने किया।

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