सादुलपुर में 20 नवम्बर 2012 को बसपा नेता मनोज न्यांगली पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने सात साल से फरार षडय़ंत्रकारी एवं घोषित आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। गिरफ्तार किया गया आरोपी हरियाणा के गांव बिगोवा चरखी दादरी का अंकित उर्फ हाउ है। थानाधिकारी महेन्द्रदत्त शर्मा ने बताया कि फरार वांछित मुख्य आरोपी पर जिला पुलिस अधीक्षक चूरू की ओर से दो हजार रूपये का ईनाम भी घोषित किया हुआ है। इस आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा एवं पूछताछ की जायेगी। उल्लेखनीय है कि बसपा नेता मनोज न्यांगली पर उस समय दनादन फायरिंग की गई थी, जब वो अपने परिजनों एवं निजी गनमैन आदि के साथ मोहता चौक के निकट स्थित तात्कालिक बसपा कार्यालय में शाम के बाद बैठे थे। तभी अचानक सात-आठ हमलावर आए जिनमें से एक ने पिस्तौल निकालकर गोलियां चलानी शुरू कर दी। फायरिंग में न्यांगली की बाईं आंख पर एवं पीठ गोलियां लगी थी। बचाव के दौरान नरेश सिंह एवं मनोज मीणा भी फायरिंग में घायल हो गए थे। इस मामले की एफआईआर में तत्कालीन सांसद रामसिंह कस्वां एवं विधायक कमला कस्वां का नाम होने के कारण अनुसंधान सीआईडी जयपुर द्वारा किया गया था। एमपी व एमएलए को इस प्रकरण में किसी रूप में शामिल होना नहीं पाया गया है। प्रकरण में राजगढ़ तहसील के गागड़वास गांव का श्यामसुंदर उर्फ सुंदरिया स्वामी सहित उसकी गैंग के हरियाणा व राजस्थान के दर्जन भर से ज्यादा लोग नामजद हैं। जिनमें से प्रदीप उर्फ काले, मनीष, श्यामसुंदर, हरदीप, सुरेशपाल, नवीन कुमार लीला उर्फ ठेकेदार उर्फ अशोक, अंकित को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी आरोपियों पर दो-दो हजार रुपये का ईनाम घोषित किया हुआ है।