हेतमसर में किया लंच विथ लाडली
झुंझुनू, मेहनत का कोई शॉटकट नहीं होता है अगर वास्तव में मंजिल तक पहुंचना है तो ईमानदारी से मेहनत जरूरी है, यह पढ़ाई में भी उतना ही आवश्यक है, जितना अन्य कार्यो में। जिसको जो काम मिला है, उस कार्य को वो अगर भली भांति पूरा करें, तो यह भी देश सेवा ही है। यह बात शुक्रवार को जिला कलक्टर रवि जैन ने हेतमसर की राजकीय आदर्श बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल में आयोजित लंच विद लाडली समारोह के दौरान कही।जिला कलक्टर ने यहां छात्राओं से आपसी संवाद के दौरान बताया कि जिला शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय जिला है। राजस्थान के बहुत सी जगहों पर लड़के-लडकियों की पढ़ाई में भेदभाव देखने को मिल जाता है, परन्तु यहां ऎसा नहीं है अभिभावकों के सपोर्ट से लड़कियों को शिक्षा का उतना ही हक है जितना लड़कों को। उन्होंने स्कूल की शिक्षा की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद का विशेष ध्यान रखा जाता है। यही कारण है कि इस छोटे से गांव में मंडावा विधायक रीटा चौधरी के प्रयासों से कॉलेज स्थापित हो रही है। उन्होंने कहा कि लड़कियां उच्च स्थान और मुकाम शिक्षा के बलबूते ही प्राप्त कर सकती है।इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद आबूसरिया, महेश, सुभाष, सीबीओ हरफूल िंसह, दिल्ली से आई टीम के पाकिर स्वामी, प्रधानाचार्या राजबाला, व्याख्याता प्रेमलता ओला, सुप्रिया चौधरी, मनोज, इर्शिता सहित स्कूल स्टाफ उपस्थित था। संवाद के दौरान जिला कलक्टर ने बच्चियों से कहा कि जिला कलक्टर भी आप जैसे ही है वे भी बचपन में आपकी तरह स्कूल में नीचे बैठकर आने वाले अतिथियों के भाषण को सुनते थे और उनके जैसा बनने की जिज्ञासा रखते थे। संवाद के दौरान छोटी -छोटी बेटियों ने जिला कलक्टर से कहा कि आप कलक्टर कैसे बने, आप को संगीत किसने सिखाया, तो जिला कलक्टर ने उनसे सहजता से उत्तर दिए। जिला कलक्टर ने उनसे प्रश्न पूछने वाली बेटियों को चॉकलेट देकर उत्साहवर्धन किया। लंच विद लाडली कार्यक्रम के दौरान जिला कलक्टर सहित सभी अतिथियों ने बेटियों के साथ पंगत में बैठकर खीर-जलेबी का स्वादिष्ठ भोजन किया। जिस पर बेटियों का कहना था कि वे इस पल को जींदगी भर याद रखेंगी।