झुंझुनूं, 24 व 25 फरवरी को नई दिल्ली के एनडीएमसी सेंटर में राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन हुआ। इसमें झुंझुनूं जिले के सांसद नरेंद्र कुमार का पोर्टफोलियो नवीन चौधरी को मिला। कार्यक्रम का मुख्य एजेंडा एक देश एक चुनाव था। इस पर नवीन चौधरी ने एक देश एक चुनाव पर अपना प्रकाश डाला। चौधरी ने कहा कि देश में एकसाथ चुनाव 1967 तक होते थे लेकिन कांग्रेस के द्वारा सरकारों को बर्खास्त करने व फिर आपातकाल लगाने के कारण यह परंपरा टूटी। जिसे अब मोदी सरकार पुन शुरू करने के लिए यह बिल लेकर आई है। पिछले लोकसभा चुनाव में साठ हजार करोड़ का खर्च हुआ था जिसमे प्रत्येक मतदाता पर सात सौ रुपए का औसतन खर्च हुआ। जबकि अगर एक साथ चुनाव होंगे तो इन्हीं आधे खर्चों में विधानसभाओं के चुनाव भी हो जायेंगे। वहीं स्कूल स्टाफ विशेषकर बीएलओ पूरे वर्ष मतदाता सूचियों से जुड़े काम में लगे रहते हैं। जिससे सरकारी स्कूलों को पढ़ाई भी बाधित होती है। इसके अलावा पुलिस प्रशासन को बहुत ज्यादा असुविधा झेलनी पड़ती है।
कार्यक्रम में देशभर से डेलीगेट्स ने भाग लिया। भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कांग्रेस प्रवक्ता प्रो गौरव वल्लभ, एआईसीसी के ज्वाइंट सेक्रेटरी व यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय इंचार्ज कृष्णा अल्लावार, हिंदुस्तान प्रेस की हेड वन्या मेकन, पूर्व सांसद संदीप दीक्षित, जिंदल लॉ यूनिवर्सिटी से प्रो सौम्या, आयोजन बोर्ड की अध्यक्ष डॉ अंकिता चौहान थी। चौधरी मूलतः बुहाना उपखंड के देवलावास के रहने वाले हैं और वर्तमान में कोटा में सुसाइड कर रहे बच्चों पर अपना शोध कर रहे हैं।