जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनूं की ओर से आज रविवार को नवलगढ के सूर्य मण्डल, रामदेवरा चौक में ’’मेगा विधिक चेतना सेवा शिविर’’ का आयोजन किया गया। शिविर में जिला सेशन न्यायाधीश अशोक कुमार जैन ने आमजन को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा हर क्षेत्र में पात्र व्यक्तियों को इन शिविरों के माध्यम से लाभ पंहुचाया जा रहा है। उन्होंने आमजन को शिविर की जानकारी देते हुए कहा कि इन शिविरों के माध्यम से आम नागरिक राजस्व विभाग द्वारा नामान्तरण, आबादी भूमि के पट्टे से वंचित व्यक्तियों का चिन्हीकरण, बी.पी.एल. कार्ड,आधार कार्ड,जाति प्रमाण पत्र,भामाशाह कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन व विधवा पेंशन एवं विशेष योग्यजन पेंशन, शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत पुनः शिक्षा प्रारम्भ कराना, श्रम विभाग द्वारा रोजगार जनित बीमारियों जैसे सिलिकोसिस, एसबेस्टोसिस, टी.बी. आदि से पीड़ित श्रमिक या मृतक श्रमिकों के परिवारों का चिन्हीकरण करवाने जैसे कार्य करवा सकता है।
उन्होंने ‘‘विमर्श मौरगैज योजना‘‘ पर चर्चा करते हुए कहा कि कोई भी दम्पती किसी भी बैंक को अपने मकान को गिरवी रखकर उस मकान की बैंक के माध्यम से 85 प्रतिशत राशि ले सकते हैं। जिससे उनका भरण पोषण सही प्रकार से हो सके। उन्होंने कहा कि इस दौरान दोनों में से किसी भी एक व्यक्ति की मौत के बाद भी दूसरे व्यक्ति का उस पर पूरा अधिकार रहेगा इन दोनों की मृत्यु के बाद बैंक उनके वारिसों से मकान पर दी गई राशि एवं ब्याज वसूल करेगी राशि देने पर उस मकान पर से बैंक का कब्जा हट जाएगा। वारिसों द्वारा बैंक को मकान की राशि नहीं देने पर बैंक उस मकान को नीलाम करेगी।
जैन ने जिले में हो रहे फिटर्स टेस्ट (भ्रूण लिंग जांच) पर चिंता व्यक्त करते हुए आमजन से अपील की कि वे इस इस प्रकार की जॉचों से दूरी बनाए रखें। साथ ही इन जांचों का प्रयोग करने वाले आरोपियों को पकड़ने में पुलिस की मदद करें।
इस दौरान जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव ने कहा कि झुंझुनू जिले के लोगों में सेवा की भावना भरपूर हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में अपनी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ अपनी दैनिक जीवन की कठिनाईयों को इस विधिक सेवा शिविर के माध्यम से दूर कर सकता हैं, उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र के लोगों के लिए एक ही छत के नीचे अनेक प्रकार की समस्याओं का निस्तारण इस शिविर के माध्यम से किया जा सकता हैं। उन्होंने वहां उपस्थित आम लोगों से अपील की कि वे इन शिविरों के बारे में अपने आस-पड़ोस अपने रिश्तेदारों को भी बताए, ताकि उनको शिविर के माध्यम से लाभ प्राप्त करने में आसानी हो।
बैगर फ्री झुंझुनू- जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव मेगा विधिक चेतना शिविर को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि वह अगले महिने जिले को भिखारियों से मुक्त हो। उन्होंने भिखारी मुक्त झुंझुनू को सफल बनाने में आम नागरिकों से अपील की कि वे इस नए नवाचार के लिए प्रशासन की मदद करें। उन्होंने जिले में नए नवाचार नेकी की दिवार, रोटी बैंक जैसे अनेक विभिन्न प्रकार के नवाचारों में जिले ने अग्रणी भूमिका निभाई हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार अग्रवाल ने शिविर में उपस्थित लोगों से अपील की कि वे अपने परिवार में नाबालिक बच्चों को दुपहिया वाहन का प्रयोग करने से रोकें। उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि पूरे राजस्थान में एक साल में 15 हजार मौते सड़क दुर्घटना के कारण होती हैं। इस तरह दुपहिया वाहन का प्रयोग करते हुए हेलमेट का प्रयोग करें। यह काम हम स्वयं कर,ें ताकि दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिल सके।
जयपुर से आए आर.एस.एल.एस.ए की उप सचिव तौसिता मालानी ने यह जानकारी देते हुए आम नागरिकों से कहा कि पूर्ण 10 जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन इन शिविरों के माध्यम से किया जा रहा है। जिसमें कोई भी पात्र व्यक्ति 10 कारगर योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि विधिक सेवा शिविर सर्वप्रथम जून 2015 में टाेंक जिले में आयोजित किया गया। इन शिविरों का उद्देश्य आम जनता को निशुल्क सेवा प्रदान करना हैं।
इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पूर्णकालिक सचिव मधु हिसारिया ने इन शिविरों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पात्र व्यक्तियों को इन शिविर के माध्यम से लाभ पंहुचाना हमारा अहम मकसद हैं। उन्होंने जनकल्याणकारी शिविरों में अलग-अलग विभाग द्वारा लगाई गई स्टॉलों के बारे में जानकारी दी और कहा कि प्रत्येक विभागों की योजनाओं का पात्र व्यक्तियों को लाभ दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मेगा विधिक चेतना एवं कल्याणकारी शिविर में बाल अधिकारिता विभाग द्वारा पालनहार योजना एवं शिशु गृह, सम्प्रेक्षण गृह, बालिका गृह, मानसिंक विमंदित गृह व भिक्षावृति अधिनियम के संबंध में जानकारी प्रदान कर पात्र बच्चों को प्रवेश, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा ट्राईसाईकिल, बैशाखी, श्रवण यंत्र, आस्था योजना, मु. विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना, विशेष योग्यजन विवाह योजना, छात्रावास योजना, विधवा पुत्री विवाह योजना, सहयोग योजना, अन्तराजातीय विवाह योजना, अनुजाति,जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, अनुप्रति योजना, गाड़िया लौहार मकान निर्माण एवं कच्चा माल योजना इत्यादि में पात्र व्यक्ति जिन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया है का चिन्हीकरण, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किशोरी शक्ति, महिला स्वंय सहायता समूह, घरेलू हिंसा अधिनियम एवं महिलाओं को निःशुल्क कम्प्यूटर प्रशिक्षण आदि योजनाओं से वंचित महिलाओं का चिन्हिकरण एवं योजनाओं का लाभ दिलाना, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवा वितरण, रसद विभाग द्वारा राशन कार्ड से संबंधित समस्याओं का निराकरण एवं राशन साम्रगी से वंचित लोगांंे को विभाग की खाद्य सुरक्षा योजनाओं से जोड़ना, कृषि विभाग द्वारा किसानों की समस्याओं का निराकरण किया जाएगा उन्होंने पात्र व्यक्तियों से अपील की हैं कि वे इन सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाया। सेवा ज्योति ट्रस्ट ने भी इस शिविर को सफल बनाने के लिए सराहनीय कार्य किया।
इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अतिथियों को बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान का लोगो लगाया और साथ ही जिन लड़कियों का 20 मई को जन्म दिवस था उनके साथ अतिथियों ने केक काटकर खुशियां मनाई। इस दौरान नवलगढ़ उपखण्ड़ अधिकारी दुर्गाप्रसाद मीणा, डिप्टी प्रभातीलाल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक पवन पूनिया, सांख्यिकि विभाग के सहायक निदेशक बाबूलाल रैगर, महिला बाल विकास विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, सेवा ज्योति के जितेन्द्र यादव, फहीमूदीन, संजय शर्मा, आर्य बार के राजेन्द्र यादव, पीएलएसए के अध्यक्ष मोहन लाल सोनी, एडवोकेट अमर सिंह शेखावत सहित जिला स्तरीय अधिकारी एंव कर्मचारीगण एवं हजारों की तादाद में आमनागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मूलचंद झाझड़िया ने किया।