जिला स्तरीय समारोह में
झुंझुनूं, अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का जिला स्तरीय समारोह बुधवार को महिला अधिकारिता विभाग कार्यालय के पास मनाया गया। समारोह की मुख्य अतिथि पदमश्री डॉ. स्वाति अजय पीरामल थी, जिन्होंने वर्चुअल रूप से अपनी उपस्थिति दी। उन्होंने जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग के कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके लिए यह गौरव का विषय है कि उन्हें ऎसे विशेष कार्यक्रम के लिए आंमत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि झुंझुनू मेरा घर है और साथ ही मेरे पूरे परिवार को प्रिय है यही वह जगह है जहां पीरामल फाउंडेशन परिवार ने अपने संकल्पों का बीजारोपण किया था। महिलाएं समाज परिवर्तन एवं चेंज मेकर्स के रूप में सभी क्षेत्रों, समुदायों और संस्कृतियों में नेतृत्व के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। राजनीति से लेकर खेल और सांइस, टेक्नोलॉजी और गणितीय सभी क्षेत्रों में महिलाओं के नेतृत्व से फायदा होता है। इस दौरान स्वाति पीरामल ने जिला कलक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए नवाचार मिशन ‘‘शी‘‘ की भी तारिफ की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी ने कहा कि जिले की महिला हर क्षेत्र में आज पुरूषों के बराबर समानता के अधिकार के साथ आगे बढ़ कर कार्य कर रही है। महिलाओं की हमेशा से बचत की प्रवृति रही है, इसीलिए आज आर्थिक रूप से महिला मजबूर नहीं मजबूत बन चुकी है। उन्होंनें बताया कि जिले में नवाचार के तहत चलाए गए मिशन ‘‘शी‘‘ से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जा रहे है, इसी कड़ी में अब तक 45 करोड के ऋण स्वीकृत किये गए है। जिला कलक्टर ने कहा कि महिला अधिकारिता विभाग जिले में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सराहनीय कार्र्य कर रहा है। समारोह में महिला सशक्तिकरण के लिए विशेष योगदान देने के लिए चिड़ावा नगर पालिका अध्यक्ष सुमित्रा सैनी का शॉल ओढाकर प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने कहा कि समाज नर और नारी दोनों से ही पूरा होता है। उन्होंने कहा कि रूढिवादिताओं के चलते पहले महिलाओं को पीछे छोड़ दिया जाता था, मगर समय बदला आज महिलाओं ने पुरूषों की बराबरी कर ली है। जिले की महिलाओं ने आज अनेक जगहों पर अपनी प्रतिभा से अन्य महिलाओं के लिए मिसाल कायम की है। चौधरी ने कहा कि महिलाओं के आगे बढ़ने से समाज में विकास होगा और आने वाले समय में इसके सुखद नतीजे सामने आएंगे।
महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए जिले में जिला प्रशासन तथा महिला अधिकारिता विभाग की ओर से किये गये नवाचार तथा योजनाओं की प्रगति से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि मिशन शी के तहत जिले की 2200 महिलाओं को 45 करोड़ का ऋण स्वीकृत कर 8 करोड़ की सब्सिडी जारी करवाई गई है।
बी.आर.के.जी.बी. के क्षेत्रीय प्रबंधक सज्जन सिहाग ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बैंक में दो दिवस के लिए महिलाओं को ऋण देने के प्रकरणों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए बैंक द्वारा 2 करोड़ रूपये के ऋण का विशेष पैकेज तैयार किया गया है। उन्होंने महिलाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिले में संचालित महिलाओं के स्वयं सहायता समूह जिन्होंने ऋण ले रखा है, वे कोई भी डिफाल्टर की श्रेणी में नहीं है, जो गौरव का विषय है।
कोषाधिकारी दीपिका सोहू ने कहा कि आज के समय में डिजिटल एज्यूकेशन की आवश्यकता बहुत महत्वपूर्ण है। आज महिलाएं सशक्त बन चुकी है, लेकिन डिजिटल खतरों के प्रति भी उन्हें जागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने माताओं से कहा कि वे बच्चों की परवरिश में दो चीजे अवश्य जोड़े, पहला बेटियों को अपने अधिकार के प्रति आवाज उठाने तथा बेटों को अपनी सीमा में रहने की शिक्षा अवश्य देनी चाहिए।
झुंझुनू सीडीपीओ ज्योति रेपस्वाल ने कहा कि महिलाओं की शिक्षा केवल नौकरी या शादी तक ही नहीं सीमित होनी चाहिए, समाज हित के लिए भी महिलाओं को कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने स्वयं तथा अपने सामने अन्य के साथ होने वाले गलत व्यवहार का विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को यह सोचना होगा कि आने वाले समाज के लिए वो क्या देके जाएंगी।
समारोह में चिड़ावा नगर पालिका अध्यक्ष सुमित्रा सैनी, संयुक्त निदेशक रामकरण सैनी भी अतिथि के रूप में उपस्थि रहे। समारोह में महिला सशक्तिकरण में योगदान देने वाले, इंदिरा महिला शक्ति प्रोत्साहन एवं सम्मान योजना, उड़ान योजना, माता यशोदा पुरस्कार भी वितरित किए गए। समारोह में दिव्यांग महिला शांति देवी को 30 लाख के ऋण का स्वीकृति पत्र भी अतिथियों की ओर से भेंट किया गया वहीं पितराम सिंह गोदारा द्वारा प्रकाशित पुस्तक का भी विमोचन किया गया। इस दौरान महिला उद्यमी गुड़डी देवी ने गृहणी होने के बावजूद गोट फार्म प्रारम्भ करने के अपने अनुभव भी सांझा किये। आईसीडीएस के उप निदेशक विजेन्द्र सिंह राठौड ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इनका हुआ सम्मान ः
समारोह में पीरामल फाउडेशन की निदेशक नंदिता रावल, चिड़ावा नगर पालिका अध्यक्ष सुमित्र सैनी, डॉ. शालीनी तोमर, सरपंच धर्मपाल, संजय, लीला शर्मा, शांति देवी, शर्मिला, किशन सिंह, ओमप्रकाश झाझडिया, साथिन अनिता देवी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बलकेश देवी, सहायिका सुनिता, आशा सहयोगिनी पुष्पा देवी, उद्यान के सहायक निदेशक शीशराम जाखड़, सीनियर प्रोग्रामर मैनेजर आरती शेखावत, अंबुजा सीमेन्ट फाउण्डेशन चिड़ावा, सुमन चौधरी, प्रधानाचार्य सुमन शेखसरिया, चार्र्टे अकाउण्टेंट लोकेश अग्रवाल, बीआरकेजीबी के ढिगाल शाखा प्रबंधक महेश कुमार, मुकुन्दगढ़ शाखा प्रबंधक विनोद कुमार धेनवाल, चिराना शाखा प्रबंधक गौरव शर्मा, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेन्द्र भाम्बू, प्रधानाचार्य अनिता पुरोहित, अन्नु सैनी, ग्यारसी देवी, व्याख्याता नीलम, शारीरिक शिक्षक सुनीता बेनीवाल, सहकारी निरीक्षक अशोक पूनियांं, जिला जनजागृति संस्थान, महिला पर्यवेक्षक मधु, सहायक कर्मचारी जयदेव सिंह, सहायक सांख्यिकी अधिकारी शारदा देवी, सुपरवाईजर विद्या कुमारी, डॉ. संगीता देवठिया, कनिष्ठ सहायक आभा झाझड़िया, एएनएम मंजू, अध्यापिका रेनू कुमारी का सम्मान किया गया।
उड़ान योजना सम्मान में साथिन कौशर जहां, सुनिता देवी, निर्मला, बबीता, संतोष कुमारी, उमा देवी, संगीता, मैनता बाई, सुनीता देवी, लक्ष्मी देवी, बबीता देवी का सम्मान हुआ। वहीं माता यशोदा सम्मान में बुहाना उपखंड से पिंकी देवी एवं सरोज देवी, झुंझुनूं से नाजमीन बानो एवं मंजू, उदयपुरवाटी से संतोष देवी एवं श्रवणी देवी, नवलगढ़ से बबीता एवं किस्तुरी देवी, खेतड़ी से कृष्णा देवी एवं अनिता देवी, अलसीसर से अनिता एवं सुमित्रा, चिड़ावा से तारामणी एवं उमराव, सूरजगढ़ से अनिता यादव एवं रेणू का सम्मान किया गया।