बुहाना[सुरेंद्र डैला ] अपने जिगर के टुकडे के दिल में छेद की बीमारी हो, लाखों रूपयें इलाज खर्च हो, इलाज के अभाव में उसे तडफता देखना एक मां-बाप के लिये सबसे दुखद स्थिति होती है। ऐसे में सारा इलाज बिना एक किसी पैसे के हो कर बच्चा स्वस्थ हो जाये तो यह किसी करिश्मे से कम नही होता। ऐसा ही कुछ हुआ कार्तिक, वंशिका, पीयुष और आयशा के साथ। जिनके माता-पिता पैसे के अभाव में इलाज से हार मान के बैठ गये लेकिन आरबीएसके उनके लिये फरिश्ता बन के आया। पहले इन चारों का इलाज आरबीएसके द्वारा जयपुर के निजी और महंगे अस्पतालों में फ्री में हुआ। अब इनको मुख्यमंत्री की ओर से स्वस्थ होने की ख़ुशी में बधाई संदेश भेंट किये गये। मंगलवार को बुहाना ब्लाॅक कार्यालय में बीसीएमओ डाॅ. हरीश यादव ने यह संदेश भेंट किये तो बच्चों के साथ उनके माता पिता के चेहरे भी ख़ुशी से खिल उठें। इस अवसर पर आरबीएसके टीम के डाॅ. प्रमोद मान, डाॅ. आकाशवीर, डाॅ. मोनिका शर्मा और डाॅ. सरोज भी मौजूद थे। बीसीएमओ डाॅ. हरीश यादव ने बताया कि जन्मजात बीमारी वाला कोई भी अब इलाज से वंचित नही रह सकेगा। टीमें निरन्तर गांव गांव जाकर बच्चों को इलाज के लिये चिन्हित कर रही है।