3 वर्ष की बेटी जीनल कहती है सीख गई पढऩा लिखना
जोधपुर में कोरोना में ड्यूटी कर रहे झुंझुनू के कंपाउंडर पिता को
झुंझुनूं, [नरेंद्र स्वामी ] जिस तरह देश की रक्षा के लिए सरहद पर झुंझुनू जिले के जवान अपनी ड्यूटी देकर पूरे देश के लिए अमर गाथा लिखने में सबसे अग्रिम पंक्ति में खड़े दिखाई देते हैं। वही कोरोना महामारी से लडऩे के लिए झुंझुनू जिले के चिकित्सा कर्मी पूरे देश भर में अलग-अलग जगह अपनी ड्यूटी दे रहे हैं ऐसे में पूरे देशवासी चिकित्सक कर्मियों को कोरोना वारिर्यस के नाम से बुलाने लगे हैं। झुंझुनू निवासी नवीन सैनी जो इन दिनों जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल के कोरोना वार्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। चिड़ावा निवासी प्रमोद सैनी ने बताया कि नवीन सैनी ड्यूटी से पहले अपनी 3 वर्षीय बेटी जीनल से मिलकर गए थे। बेटी नर्सरी कक्षा में अध्ययनरत है। आजकल उसकी ऑनलाइन क्लासेस आरंभ हो गई है ऐसे में पिता को वीडियो कॉल पर बात करते हुए जीनल कहती है कि पापा मैं पढऩा लिखना सीख गई हूं मुझे ए फॉर एप्पल बी फॉर बॉल लिखना आ गया है। बेटी की इन अठखेलियां से नवीन भावुक हो जाते हैं और उसे जल्द मिलने का आश्वासन देते हैं। कोरोना वार्ड में ड्यूटी करते हुए कंपाउंडर नवीन सैनी कोरोना पॉजिटिव केस को इंजेक्शन लगाना, खाने पीने की व्यवस्था आदि करते हैं उनको अस्पताल में कमरा मिला हुआ है ड्यूटी के दौरान पूरे कोशन का ध्यान रखते हैं उन्होंने सभी से अपील की है कि आप लोग घर में रहोगे तो मैं अपनी बेटी से जल्द मिल पाऊंगा।