चौबीस साल से बेड पर लेटी बेटी की पेंशन को चालू करने की गुहार लगाते परिजन
झुंझुनूं, 24 वर्षीय मानसिक एवं शारीरिक रूप से विकलांग बच्ची की पेंशन पुन: शुरू करवाने की मांग को लेकर इस्लामपुर निवासी माता- पिता जिला कलेक्टर के पास पहुंचे। बच्ची का पिता शंकरलाल सैनी व मां रजना ने कलेक्टर रवि जैन को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा की मेरी बच्ची पूनम जन्म से ही शारीरिक रूप से विकलांग है तथा बेड पर ही है जिसकी 500 रूपए प्रति माह पेंशन आती थी जो की पोस्ट ऑफिस से मिलती थी तथा बाद में कहा गया की उक्त पेंशन अब बंद हो गई है और बैंक से मिलेगी। जिसको लेकर बैंक में मुश्किल से खाता खुलवाया गया एवं इसके बाद भी पिछले आठ माह से पेंशन इसकी बंद है। इसके लिए विकास अधिकारी झुंझुनूं से संर्पक करने पर उन्होंने बताया कि आप ग्राम सेवक एवं पटवारी के हस्ताक्षर करवा कर ले आओ पेंशन चालु करवा दी जाएगी। वहीं ग्राम सेवक ने तो कागज पर हस्ताक्षर कर दिए लेकिन पटवारी विनोद मीणा हस्ताक्षर करवाने के लिए बार- बार चक्कर कटवा रहा है। तथा 5 जुलाई को ग्राम पंचायत इस्लामपुर हस्ताक्षर करवाने के लिए मेरा लडक़ा गया तो पटवारी ने मना कर दिया और पुछने पर थप्पड़ मारने की बात कही। बच्ची के पिता ने बताया कि जब इस बाबत मैने पुछा तो ग्राम पंचायत के सरपंच की मौजुदगी में मुझे व मेरे पुत्र को पंचायत कार्यालय से बाहर निकलवा दिया एवं उक्त घटना होने के बाद की वीडियों रिकार्डिग भी मेरे पुत्र के पास है। साथ ही ज्ञापन के माध्यम से बताया कि पटवारी विनोद मीणा ग्रामवासियों के साथ अभ्रद व्यवहार करता है जिसको लेकर कई लोग पटवारी की दंबगई एवं कार्यशैली से परेशान है। लोंगो ने मांग की कि बच्ची की पेंशन शुरू करवा कर पटवारी के खिलाफ उचित कार्रवाही की जाए। वहीं इसके बाद कलक्टर रवि जैन ने मौके पर ही पटवारी को बुलाया तथा कागज पर हस्ताक्षर करवाएं तथा बच्ची के माता- पिता को आश्वश्त किया की इसकी पेंशन तुरंत प्रभाव से शुरू करवा दी जाएगी।