जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश
झुंझुनू, गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए तथा कोविड 19 की रोकथाम के तहत जिले में पीने के पानी की विशेष इंतजाम किये जाएंगे। जिला कलक्टर उमर दीन खान ने बताया कि जिले के अधिकांश ब्लॉक पहले से ही डार्क जोन घोषित है। ऎसे में पानी की समस्या आने वाले समय में विकट होने वाली है। ऎसी स्थिति से निपटने की तैयारी प्रशासन को अभी से करनी होगी। जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे अपने जलदाय स्त्रोतों की व्यापक व्यवस्था अभी से कर लेवें। उन्होंने बिजली तथा जलदाय विभाग के फिल्ड ऑफिसर्स को एक्टिव रहकर फिल्ड में कार्य करने के निर्देश दिए। वे आज सोमवार को आज कलेक्ट्रेट सभागार में बिजली-पानी सहित विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ग्राम पंचायतवार पेयजल स्त्रोतों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर लेवें ताकि उनकी पूरी मॉनिटरिंग की जा सकें। उन्होंने पीएचईडी अधिकारियों से कहा कि वे पानी बचाने के लिए आमजन में जनजागृति अभियान चलाए और उन्हें पानी बचाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि अगर समझाईस के बाद भी अगर इसमें सुधार नहीं होता है, तो व्यर्थ पानी बहाने वालों के घरों के पानी के कनेक्शन काटने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि जिले में जो हैण्डपम्प ड्राई हो चुके है या खराब हो चुके है जो रिपेयर नहीं हो सकते उनको वहां से हटाने की प्रोसेडिंग करें। जिला कलक्टर उमर दीन खान ने चिकित्सा विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटेलाल गुर्जर को निर्देश दिए कि वे विदेशों, अन्य राज्यों तथा जिलों से पहले आ चुके लोगाें की सर्वे के आधार पर प्रभावी स्कैनिंग करेंं और आवश्यक होने पर संदिग्ध लोगों के सैम्पलिंग का कार्य करें। उन्होंने कहा कि जिले के विभिन्न मार्गो पर बनाए गए अस्थाई चैक पोस्ट पर मेडिकल व्यवस्था सुचारू की जाए और राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार जिले में आगामी दिनों में अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की बॉर्डर पर ही स्कैनिंग की जाए तथा आवश्यकतानुसार उन्हें होम तथा संस्थागत क्वारेंटाईन करने की व्यवस्था करें। इसके लिए अभी से कार्य योजना तैयार कर ली जाए, ताकि समय पर उसके अनुरूप कार्य किया जा सके। बैठक में जिला परिषद के सीईओ रामनिवास जाट, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, विद्युत, जलदाय, चिकित्सा, पशुपालन, प्रोजेक्ट, शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।