सरपँच ने इंटरलॉक लगवाने व ग्रामीणों ने तीन लाख के आर्थिक सहयोग की घोषणा की।
झुंझुनू, राउमावि सीगड़ा में आयोजित वार्षिकोत्सव,भामाशाह व पूर्व विद्यार्थी सम्मान समारोह विद्यालय के विकास के लिए यादगार दिन रहेगा। उत्सव की मुख्य अतिथि सरपँच सविता सीगड़ा थी,अध्यक्षता विद्यालय प्रधानाचार्य रामनिवास झाझड़िया ने की।विशिष्ठ अतिथि सम्बलन अधिकारी कमलेश तेतरवाल एपीसी समग्र शिक्षा झुन्झुनू,मोहनसिंह भास्कर,उम्मेद भास्कर,दुर्गाराम खीचड़,वृंदा कटारिया,बनवारीलाल दड़िया,ओमप्रकाश सिहाग,भानीराम झाझड़िया,तनसुख सानेल,महेश भालोठिया, कजोड़ सिंह तेतरवाल थे। प्रधानाचार्य रामनिवास झाझड़िया व स्टाफ सदस्यों द्वारा अतिथियों व भामाशाहों का शॉल,प्रतीक चिन्ह व माल्यार्पण द्वारा स्वागत किया गया।
विशिष्ट अतिथि तेतरवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह मेरी जन्म भूमि है,यह विद्यालय मेरे सहित यहां उपस्थित लगभग सभी ग्रामीणों की प्रथम पाठशाला रहा है,हम लोग आज जीवन मे जो कुछ भी है वहां तक पहुंचने की प्रथम सीढ़ी यही विद्यालय है इसलिए इसके भौतिक विकास के लिए हम सब को मिलकर विशेष प्रयास करने होंगे। उनके आह्वान पर तत्काल ग्रामीणों ने घोषणा की और लगभग तीन लाख रुपयों की घोषणा मोके पर ही हो गयी जिनमे एक लाख रुपये दुर्गाराम खीचड़,इक्यावन हजार रुपये कम्प्यूटर प्रिंटर हेतु विजय सीगड़ा,इक्कीस हजार रुपये पुस्कालय हेतु वृंदा कटारिया,इक्कीस हजार तनसुख सानेल,ग्यारह हजार रुपये प्यारेलाल पुत्र भगवानाराम तेतरवाल,ग्यारह हजार रुपये भागीरथ व भानीराम झाझड़िया,इक्यावन सो रुपये सूबेदार हनुमान पुनिया ने देने की घोषणा की। कमलेश तेतरवाल ने ग्यारह हजार से अधिक राशि देने वाले सभी पूर्व भामाशाहों व आगे देने वालों के नाम के स्वर्णिम अक्षरों के शिलालेख अपने खर्चे से लगवाने की घोषणा की तथा आगामी कुछ दिनों में योजना बनाकर विद्यालय के विकास के लिए गांव से बाहर रहने वाले व्यवसायियों व नोकरी पेशा वाले सक्षम व्यक्तियों को जोड़ने का अभियान भी चलाने का आव्हान किया। कमलेश तेतरवाल ने शिक्षा के महादानी इस गांव के लाडले डॉ घासीराम का सम्मान समारोह रखने का प्रस्ताव रखा जिसे सभी ने सहर्ष स्वीकार करते हुए फरवरी माह में आयोजन की सहमति प्रदान की। प्रधानाचार्य रामनिवास झाझड़िया ने विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन व आगामी विकास योजना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का भी माल्यार्पण व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में सीगड़ा,सीगड़ी,रूपनगर,दड़िया का बास, मोडसरा का बास, तोलियासर से ग्रामीण,अभिभावकों सहित स्टाफ़ सदस्य भी उपस्थित रहे। संचालन बिशनसिंह शेखावत वरिष्ठ अध्यापक व प्रतिभा लॉयल व्याख्याता ने किया किया। उपप्रधानाचार्य सांवर मल कालेर ने आभार व्यक्त किया।